डॉ. राजलक्ष्मी वर्मा की संकलित रचना रामरस का मुख्यमंत्री ने किया विमोचन

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। स्वामी आत्मानंद ने अपने जीवनकाल में रामकथा के विभिन्न प्रसंगों पर सुंदर व्याख्यान दिए थे। रामायण के चरित्रों की उनकी सुंदर व्याख्या अनेक स्रोतों में बिखरी हैं। इन्हें संकलित करने का महती कार्य किया डॉ. राजलक्ष्मी वर्मा ने और इसे रामरस पुस्तक का स्वरूप दिया। इस पुस्तक का विमोचन आज मुख्यमंत्री ने अपने भिलाई- 3 स्थित कैम्प निवास में किया।

वेबिनार के माध्यम से हुए इस इस कार्यक्रम के अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी जी के इस अतुलनीय कार्य को सहेजा जाना बहुत महत्वपूर्ण कार्य है। यह पुस्तक सुधि पाठकों के लिए अत्यंत उपयोगी होगी। उन्होंने संकलन कार्य के लिए डॉ. राजलक्ष्मी वर्मा को भी बधाई दी एवं शुभकामनाएं व्यक्त की। इस अवसर पर उनकी धर्मपत्नी मुक्तेश्वरी बघेल, संभागायुक्त टीसी महावर, आईजी विवेकानंद सिन्हा, कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे, एसपी प्रशांत ठाकुर एवं अन्य गणमान्य अतिथि तथा अधिकारी उपस्थित थे।