नई दिल्ली। बिहार चुनाव की सरगर्मी के बीच लालू प्रसाद यादव जेल से बाहर आ सकते हैं। यह महज़ संयोग है कि जिस दिन उनके बेटे तेजस्वी प्रसाद का जन्मदिन है, उसी दिन लालू दुमका कोषागार से अवैध निकासी मामले में आधी सजा पूरी कर ले रहे है। ऐसे में लालू प्रसाद को हाई कोर्ट से जमानत मिलने की संभावना है।
उनके अधिवक्ता देवर्षि मंडल की मानें तो दुमका अवैध निकासी मामले में लालू प्रसाद यादव को 7-7 साल की सजा मिली है। हाई कोर्ट 7 साल की सजा मान रहा है। जिसकी आधी सजा लालू प्रसाद 9 नवंबर को पूरा कर रहे हैं। इसी आधार पर उन्होंने हाई कोर्ट से जमानत देने की गुहार लगाई है।देवर्षि मंडल ने बताया कि इस मामले में हाई कोर्ट में अर्जेंट सुनवाई के लिए विशेष आग्रह किया जाएगा, ताकि दुर्गा पूजा केअवकाश के बाद लालू प्रसाद यादव की जमानत पर सुनवाई की जा सके। दरअसल चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी मामले में झारखंड हाई कोर्ट ने लालू प्रसाद यादव को जमानत दे दी है। लेकिन उसी दिन कोर्ट ने लालू प्रसाद की बीमारी के बारे में संज्ञान लेते हुए रिम्स से पूरी रिपोर्ट तलब की है।
साथ ही अदालत ने जेल प्रशासन से पूछा था कि लालू प्रसाद जब से जेल में है तब से उनसे कितने लोग मिले हैं। कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई 6 नवंबर को निर्धारित की है। लालू के अधिवक्ता देवर्षि मंडल की पूरी कोशिश है कि इसी दिन लालू की जमानत पर भी सुनवाई हो।