दुर्ग (छत्तीसगढ़) आनंद राजपूत। उत्तर प्रदेश के हाथरस में मनीषा हत्याकांड को लेकर
एनएसयूआई के जिला कार्यकारिणी अध्यक्ष सोनू साहू के नेतृत्व में शुक्रवार को मौन प्रदर्शन किया गया। साथ ही पीड़ित के परिजनों से मिलने जा रहे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ किए गए दुर्व्यवहार के विरोध में गांधी जयंती के अवसर पर गांधी प्रतिमा हिंदी भवन दुर्ग के सामने 4:30 बजे शांतिपूर्ण तरीके से मौन रहकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
इस दौरान अध्यक्ष सोनू साहू ने कहा कि गांधीजी अहिंसा के पुजारी होने के साथ-साथ प्रासंगिक व्यक्ति थे। उत्तर प्रदेश में एक बच्ची के साथ अनाचार हुआ बच्ची के परिजन लगातार उत्तर प्रदेश और जिला प्रशासन से मांग करते रहे, लेकिन उन्हें कोई ईलाज की व्यवस्था नहीं की गई। उत्तर प्रदेश सरकार अपनी साख और नैतिकता भी भूल गई। उन्होंने आरोपियों को बचाने के लिए सच को छुपाने और मिटाने के लिए उत्तर प्रदेश की पुलिस ने बच्ची की लाश को रात में उनके गांव में करीब साढे़ 2:30 बजे ले जाकर घर वालों को बंधक बनाकर बच्ची के पार्थिव शरीर की अंत्येष्टि कर दिया गया। उनके परिजन को देखने तक नहीं दिए। योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस मामले को लेकर जो किया वह असहनीय और निंदनीय है। अगर यूपी सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी में थोड़ी भी नैतिकता है तो वह अपने पद से इस्तीफा देकर बच्चे को न्याय दिलाने में हमारी मदद करें।
उन्होंने आगे बताया कि यदि हाथरस के क्षेत्र में धारा 144 लगी है तो राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ उनकी सिक्योरिटी प्रशासन ले जाकर पीड़ित परिवार से मिलवा सकते थे, किंतु उत्तर प्रदेश में अत्याचारी भाजपा सरकार द्वारा रोके जाने के बाद कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल के नेतृत्व में हाथरस की ओर पैदल कुछ कर चुके थे उस दौरान लाठीचार्ज कराकर तानाशाही का परिचय दिया। सीएम योगी को आखिर किस बात का डर है जो प्रियंका गांधी, राहुल गांधी को गिरफ्तार किया गया। प्रदर्शन में दुर्ग नगर निगम सभापति, राजेश यादव, नीलू ठाकुर, एल्बमें रत्ना, नारंग देव, गोलू गुप्ता, अजय शर्मा, जय नारायण सिंह, मनीष साहू, अमूल्य नाजिम खान, मुनासिब खान, विकास शर्मा, विकास साहू, करण साहू, सूर्यकांत गोल्डी को सुमन दुबे हरि मंगल सिंह छात्र नेता शामिल रहे।