दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कोरोना संकटकाल में पिछले पांच माह से ठप्प पड़े परिवहन व्यवसाय के संचालन के संबंध में शासन-प्रशासन द्वारा कोई ठोस निर्णय नहीं लिए जाने से नाराज छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ ने शुक्रवार को नया बस स्टैण्ड में धरना दिया। इस दौरान बस ऑपरेटर्स ने शासन-प्रशासन की कार्यशैली के खिलाफ आक्रोश जाहिर किया। बस संचालकों ने बिना राहत के बस नहीं चलाने का चेतावनी भी दी।
बस ऑपरेटर्स के साथ उनके कर्मचारियों ने भी धरना दिया। इस दौरान बस ऑपरेटर्स ने कहा कि व्यवसाय ठप्प होने से उनकी आर्थिक स्थिति चरमरा गई है। इसके अलावा बस व्यवसाय से जुड़े कर्मचारी बेरोजगार हो गए है। जल्द मांगे पूर्ण कर राहत प्रदान की जानी चाहिए। बस ऑपरेटर्स ने धरना प्रदर्शन के माध्यम से बस संचालकों का सितंबर माह 2020 से मार्च 2021 तक का टैक्स माफ, दो माह के बसों व परमिटों के निष्प्रयोग की सीमितता के नियम समाप्त करने, बस किराया में 40 प्रतिशत वृद्धि, स्लीपर यात्री बसों के एक सीट का कर लिया जाए, डीजल में 50 प्रतिशत तक वेट टैक्स में कमी, एकल क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी की व्यवस्था लागू करने सहित अन्य मांगें रखी। धरना के दौरान छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ के अमरजीत सिंह, उत्तम यादव, शिवेश सिंह के अलावा अन्य बस मालिक व बस व्यवसाय से जुड़े कर्मचारी बड़ी संख्या में मौजूद थे।