रायपुर/जगदलपुर, 15 अप्रैल 2025। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की विशेष मौजूदगी में जगदलपुर में आयोजित “विकसित बस्तर की ओर” परिचर्चा में बस्तर के समग्र विकास हेतु एक व्यापक कार्ययोजना प्रस्तुत की गई। परिचर्चा में कृषि, पर्यटन, कौशल विकास और उद्योग जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में बस्तर की अपार संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर अब नक्सलवाद से बाहर निकल कर विकास की नई राह पर अग्रसर हो रहा है। “विकसित छत्तीसगढ़ @2047” के विजन को ‘नवा अंजोर’ के माध्यम से साकार किया जाएगा और इसकी शुरुआत बस्तर से होगी।

🌾 कृषि में नवाचार और बाजार से जुड़ाव
- बस्तर में मक्का और मिलेट्स की खेती को बढ़ावा देने की योजना।
- जैविक खेती, स्थानीय प्रसंस्करण इकाइयों और सोलर सिंचाई योजनाओं का विस्तार।
- हर साल 30-40 कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना का लक्ष्य।
- काजू, हल्दी, मसाले, शहद, सीताफल जैसे उत्पादों की प्रोसेसिंग पर ज़ोर।
👨🏫 कौशल विकास और युवाओं को रोजगार
- 90 हजार युवाओं को प्रशिक्षण, 40 हजार को रोजगार।
- 32 नए कौशल विकास केंद्र, सातों जिलों में आवासीय प्रशिक्षण केंद्र स्थापित होंगे।
- नक्सल पीड़ित परिवारों और आत्मसमर्पित नक्सलियों को विशेष प्राथमिकता।
🏞 पर्यटन को मिलेगा नया आयाम
- बस्तर दशहरा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित किया जाएगा।
- चित्रकोट, तीरथगढ़, कांगेर घाटी जैसे स्थलों का विकास और गूगल मैपिंग सेवाओं में सुधार।
- कांच का पुल, होमस्टे हीलिंग सेंटर, और निजी क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ावा।
- नई पर्यटन नीति 2025 शीघ्र प्रकाशित होगी।
🏭 औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन
- खनिज संसाधनों के बेहतर उपयोग से आय में वृद्धि का लक्ष्य।
- नई औद्योगिक नीति 2024-30 में रॉयल्टी प्रतिपूर्ति, सब्सिडी और रोजगार प्रोत्साहन।
- आत्मसमर्पित नक्सलियों के पुनर्वास और रोजगार के लिए विशेष नीति।
🔁 नक्सल उन्मूलन और पुनर्वास
- मार्च 2026 तक देश को नक्सल मुक्त करने का लक्ष्य।
- राहत-पुनर्वास नीति 2025 में मुआवजा, शिक्षा, प्रशिक्षण और स्वरोजगार के प्रावधान।
मुख्यमंत्री ने कहा, “यह कार्ययोजना बस्तर ही नहीं, पूरे छत्तीसगढ़ को नई गति देगी। हम सभी को मिलकर इसे साकार करना है।” बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप, सांसद महेश कश्यप सहित वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
