छत्तीसगढ़ में दुनिया का सबसे ऊंचा बांस टॉवर बना, नितिन गडकरी ने किया उद्घाटन

छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के काठिया गांव में दुनिया का सबसे ऊंचा बांस का टॉवर बनाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया गया है। यह टॉवर 140 फीट ऊंचा है और इसका वजन 7,400 किलोग्राम है। इसे लगभग 11 लाख रुपये की लागत से बनाया गया है। इस बांस टॉवर की डिजाइन पेरिस के प्रसिद्ध आइफिल टॉवर से प्रेरित है।

इस टॉवर का निर्माण भव्य सृष्टि उद्योग के संस्थापक गणेश वर्मा द्वारा किया गया है, जो बांस टेक्नोलॉजी में विशेषज्ञ हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस टॉवर का उद्घाटन विश्व बांस दिवस के अवसर पर किया। गडकरी ने भव्य सृष्टि उद्योग की बांस पर निरंतर शोध और उसके नए-नए उपयोगों की सराहना की।

गडकरी ने बताया कि यह बांस टॉवर हल्का है और इसकी उम्र कम से कम 25 साल है। उन्होंने इसके कई उपयोगों पर जोर दिया, जैसे कि इसे वॉचटॉवर, टेलीकॉम टॉवर, ट्रांसमिशन टॉवर, या रेडियो टॉवर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके साथ ही, उन्होंने छत्तीसगढ़ की इस कंपनी के नवाचार और बांस से बने उत्पादों की तारीफ की।

गडकरी ने छत्तीसगढ़ सरकार से बांस के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए नीति बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्र के आदिवासी समुदायों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है। गडकरी ने यह भी सुझाव दिया कि बांस से बने नए डिज़ाइन और हस्तशिल्प उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पेश किया जा सकता है। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार से बांस से बने फर्नीचर और अन्य उत्पादों के लिए एक डिज़ाइन सेंटर स्थापित करने का भी अनुरोध किया।

बांस उत्पादन के मामले में छत्तीसगढ़ भारत में छठे स्थान पर है। राज्य में लगभग 1.05 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र में बांस की खेती होती है और इसमें 16.78 मिलियन टन बांस का स्टॉक है, जो भारत के कुल बांस का 4.2 प्रतिशत है। राज्य के प्रमुख बांस उत्पादक जिले रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव, रायगढ़, दुर्ग और बस्तर हैं।

यह बांस टॉवर छत्तीसगढ़ के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है और इससे बांस के कई नए प्रयोगों के द्वार खुलेंगे।