दुर्ग (छत्तीसगढ़)। अंबिकापुर को सर्वश्रेष्ठ स्वच्छ निगम घोषित कराने के बाद दुर्ग निगम में पदस्थ नए आयुक्त हरेश मंडावी ने यहां भी अपनी प्राथमिकताओं में शामिल शहर को स्वच्छ व कचरा मुक्त बनाने की दिशा में काम करना प्रारंभ कर दिया है। इसके लिए उन्होंने बुधवार की सवेरे निगम के सभी वार्ड इंजीनयर व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी व कर्मचारी 24 घंटे काम करने की आदत डाल लें। शहर की सफाई व्यवस्था में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होनें शहर के नागरिकों से भी शहर को कचरा मुक्त बनाने में सहयोग प्रदान करने की अपील की।
बैठक में उन्होंने कहा कि नगरवासियों के सहयोग के बिना यह इस लक्ष्य को हासिल करना संभव नहीं है। उन्होंने प्रत्येक वार्ड वासियों से घरों से निकलने वालें कचरा का सेग्रीकेशन कर निगम की कचरा गाड़ी को देने की अपील की। घर से निकलने वाले कचरों को सड़क किनारे या नालियों में न डालें। उन्होंने शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की तैयारी की समीक्षा की। सभी अधिकारियों को स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के अनुसार कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा डोर टू डोर कचरा कलेक्शन, सुलभ शौचालयों, सामुदायिक शौचालयों, तालाबों की सफाई की सतत मानिटरिगं करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
प्रतिदिन, प्रत्येक वार्ड से वसूलें 10 लोगों से जुर्माना
उन्होनें स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों को निर्देशित कर कहा प्रति दिन प्रत्येक वार्ड से 10 जुर्माने का प्रकरण का लक्ष्य रखें। उन्होंने कहा कमर्शियल सेक्टरों में कचरा फेकने वालों और गंदगी करने वालों पर 5000 से 10000 रु. जुर्माना लगायें। वहीं सभी स्वच्छता दीदियों को ड्रेस में रहने और स्वास्थ्य अधिकारी को सभी को सुरक्षा कीट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
अनुपस्थितों का वेतन काटने का निर्देश
बैठक में कार्यपालन अभियंता सुशील कुमार बाबर, मोहनपुरी गोस्वामी, राजेश पाण्डेय, सहा. अभियंता जगदीश केशरवानी, जितेन्द्र समैया, भवन अधिकारी प्रकाशचंद थवानी, सहा. भवन अधिकारी गिरीश दीवान, स्वास्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता, पीयूआई शेखर वर्मा एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में शामिल नहीं होने वाली उपअभियंता आमसा डहरिया, भारती ठाकुर और विश्वनाथ मिश्रा का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश उन्होंने दिया।