दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कलेेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे की अपील पर नर्सिंग कालेज प्रबंधन कोरोना संकट सेे निपटने के लिए 50 नर्सो द्वारा सहयोग दिए जाने पर सहमति दी है। वहीं आयुर्वेदिक कालेज प्रबंधन नेे काढ़ा वितरण कार्यक्रम पूर्ण सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया है। आज जिले के नर्सिंग एवं आयुर्वेदिक कॉलेज के प्रबंधन के साथ कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने कोविड संक्रमण को थामने के लिए सहयोग हेतु चर्चा की। कलेक्टर ने कहा कि इस समय ज्यादा से ज्यादा नर्सिंग स्टाफ की मदद काफी जरूरी है। मरीजों को हौसला मिलता है। केअर रखने में आसानी होती है। हेल्थ की मॉनिटरिंग में भी आसानी होती है। ऐसे में नर्सिंग कॉलेज अपने स्टूडेंट के माध्यम से प्रशासन को सपोर्ट करें तो कोविड केअर के क्षेत्र में बड़ी राहत पहुंच सकती है।
कॉलेज के प्रबंधकों ने इस संबंध में सहमति जताई और लगभग 50 नर्स उपलब्ध कराने पर हामी भरी। नर्सिंग कॉलेज के प्रबंधकों ने कहा कि नर्सिंग एक नोबल प्रोफेशन है। इसमें यही सिखाया जाता है कि सबसे कठिन वक़्त में कैसे मजबूती से खड़े रहकर मुस्कुराते हुए सेवाभाव किया जाए। हम इस कार्य के लिए जरूर स्टूडेंट को प्रोत्साहित करेंगे। कोविड केअर के लिए अतिरिक्त नर्सिंग स्टाफ मिलने से प्रति नर्स मरीजों की संख्या में कमी आएगी। इससे क्लोज मॉनिटरिंग करने में आसानी होगी।
इस दौरान आयुर्वेदिक कॉलेज के प्रबंधकों से भी कलेक्टर ने चर्चा की। प्रबंधकों ने कहा कि काढ़ा वितरण कार्यक्रम स्वागतयोग्य है। आयुर्वेद भारत के प्राचीन मनीषियों की विधा है इसका प्रतिरोधक क्षमता बढाने में बड़ा योगदान है। हम सभी इस कार्यक्रम के लिए अपना पूरा सहयोग प्रदान करेंगे।
बता दें कि कोविड केअर को लेकर जिला प्रशासन द्वारा काढ़ा वितरण कैम्प आरम्भ कर दिए गए हैं। साथ ही काढ़ा निर्माण एवं उपयोग के संबंध में भी व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है।