दुर्ग (छत्तीसगढ़). सुप्रीमों पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद जोगी कांग्रेस के कांग्रेस में विलय की संभावना जताई जा रही है। इस बीच प्रदेश में तीसरी शक्ति के रूप में स्थापित होने का प्रयास कर रही छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच ने भी जोगी कांग्रेस में गए कार्यकर्ताओं की वापसी करवाकर शक्ति संचय का निर्णय किया है। इसके लिए मंच के नेता विशेष अभियान चलाएंगे और पुराने कार्यकर्ताओं की घर वापसी कराएंगे।
छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को तीर्थराज पैलेस में बैठक कर यह निर्णय किया। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत अजीत जोगी को श्रद्धांजली दी गई। इसके बाद जोगी कांग्रेस के कांग्रेस में विलय संबंधी अटकलों के बाद उपजी परिस्थितियों पर विचार किया गया और निर्णय लिया गया कि पूर्व में जोगी कांग्रेस में शामिल हुए मंच के पुराने कार्यकर्ताओं को वापस लाने का प्रयास किया जाएगा। बैठक में अध्यक्ष राजकुमार गुप्त, प्रदेश महासचिव पूरन साहू, युवा मंच के प्रदेश संयोजक रऊफ खान, तेजेंद्र हिरवानी, दिलीप गोंड़, गजेंद्र कुमार, भीमा साहू, रूप नारायण साहू मौजूद थे।
घर लौटे श्रमिकों को मिले रोजगार
बैठक में कोरोना वायरस के वैश्विक महामारी के कारण अन्य प्रांतों से वापस छत्तीसगढ़ लौटे लाखों मजदूरों के रोजगार और पुनर्वास पर विचार किया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि छत्तीसगढ़ से वापस अपने मूल प्रांत में वापस लौटे श्रमिकों के रिक्त हुए स्थानों पर प्रवासी छत्तीसगढ़ी श्रमिकों को रोजगार देने की मांग को लेकर अभियान चलाया जाएगा।
जो रोजगार दे उन्हें मिले सहायता
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकल के लिए वोकल की भावना की सराहना करते हुए राज्य में उत्पादित सामग्रियों की खरीदी को प्राथमिकता देने की मांग की गई। इसके अलावा मंच ने सरकार से मांग की गई कि केवल उन्हीं संस्थानों को सरकारी सहायता दिया जाए जो अपने संस्थान में शत प्रतिशत छत्तीसगढ़ी मजदूरों और कर्मचारी को रोजगार प्रदान करे।