नई दिल्ली, 23 मई 2025
दिल्ली से श्रीनगर जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6E-2142 बुधवार को एक खतरनाक स्थिति में फंस गई, जब विमान ने भीषण ओलावृष्टि और अत्यंत गंभीर तूफानी मौसम का सामना किया। इस घटना में विमान में सवार 220 से अधिक यात्रियों की जान जोखिम में पड़ गई, जिनमें तृणमूल कांग्रेस के सांसद भी शामिल थे।
डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, फ्लाइट जब 36,000 फीट की ऊंचाई पर थी, तब पठानकोट के पास खराब मौसम में प्रवेश कर गई। इस दौरान विमान ने 8,500 फीट प्रति मिनट की खतरनाक गिरावट दर्ज की, जो सामान्य 1,500 से 3,000 फीट प्रति मिनट की दर से कहीं अधिक है।

पाकिस्तानी एयरस्पेस में घुसने की अनुमति नहीं मिली
पायलटों ने पहले भारतीय वायुसेना से बाईं ओर मुड़ने की अनुमति मांगी, जिससे विमान थोड़े समय के लिए पाकिस्तानी एयरस्पेस में प्रवेश करता, पर यह अनुरोध अस्वीकार कर दिया गया। इसके बाद, लाहौर एयर ट्रैफिक कंट्रोल से भी सीधी अनुमति मांगी गई, लेकिन वह भी अस्वीकार कर दी गई।
भीषण तूफान में प्रवेश
वापस दिल्ली लौटने पर विचार हुआ, लेकिन तब तक तूफान बहुत पास आ चुका था। मजबूरी में विमान को सीधे तूफान से गुजरना पड़ा। तूफान के दौरान विमान पर भारी ओलों की मार पड़ी, विमान में कई सिस्टम फेल हो गए, और ऑटोपायलट ने काम करना बंद कर दिया।
DGCA के अनुसार, विमान के “Angle Of Attack” (AOA) सेंसर को नुकसान पहुंचा और “Alternate Law” मोड में चला गया, जिसमें सामान्य सुरक्षा प्रणालियाँ निष्क्रिय हो जाती हैं। इस स्थिति में पायलटों को हाथ से विमान उड़ाना पड़ा, वो भी बदलती एयरस्पीड और दबाव के बीच।
आपात स्थिति और सुरक्षित लैंडिंग
विमान ने “PAN PAN” कॉल के ज़रिए आपातकाल घोषित किया और श्रीनगर एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने उसे सुरक्षित लैंडिंग में मदद की। लैंडिंग के बाद जांच में विमान के नाक वाले हिस्से (रेडोम) को गंभीर नुकसान पाया गया, जहां मौसम रडार स्थित होता है।
यात्रियों में भय का माहौल
फ्लाइट में मौजूद तृणमूल कांग्रेस की प्रवक्ता सागरिका घोष ने इसे “मौत के करीब का अनुभव” बताया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में यात्रियों को सीटें कसकर पकड़ते, प्रार्थना करते और घबराए हुए देखा जा सकता है।
इंडिगो और DGCA कर रहे जांच
इंडिगो ने बयान जारी कर कहा कि विमान की जांच और मेंटेनेंस प्रक्रिया जारी है। DGCA ने घटना की औपचारिक जांच शुरू कर दी है, और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर तथा कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग का विश्लेषण किया जा रहा है।
