दुर्ग (छत्तीसगढ़)। विधायक अरुण वोरा ने शहर में अमृत मिशन योजना के तहत जारी कार्यो में ऐजेंसी द्वारा बरती जा रही लापरवाही पर नाराजगी जाहिर की है। इस लापरवाही का खामियाजा शहर की जनता को भोगना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए योजना पर कार्य करने वाले ठेकेदार तथा मानिटिरिंग एजेंसी इसके लिए जिम्मदार है। जिनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
विधायक अरुण वोरा ने बताया कि शहर के निगम क्षेत्र में 50 वर्ष पुरानी जर्जर पाइप लाईन को बदलने व जल संकट निपटान तथा पर्यावरण सुधार हेतु उद्यान निर्माण कार्य अमृत मिशन योजना के तहत प्रारंभ किया गया है। योजनांतर्गत अरबो की राशि शासन द्वारा स्वीकृत की गई है। कार्यो को समय पर पूर्ण करवाने व मॉनिटरिंग के लिए प्रायवेट कंपनी आईपीई ग्लोबल कंपनी लिमि. दिल्ली को जिम्मेदारी सौपी गई है। अब तक शहर में 10 उद्यान पूर्ण हो जाने थे, किन्तु मात्र 4 उद्यान का ही कार्य पूर्ण हो सका। वही दूसरी तरफ पाइप लाइन विस्तार में ठेकेदार को 75 करोड़ रुपए का भुगतान होने के बाद भी नये सड़को को जगह-जगह खोदकर छोड़ दिए जाने से आए दिन दुर्घटना व धुल के गुब्बार से लोग परेशान है। जवाहर नगर उद्यान का संधारण एक वर्ष से अधिक समय से चल रहा है। जनहित के कार्यो में लचर तरीका अपनाया जा रहा है। जिससे ठेकेदार व मॉनिटरिंग एजेंसी की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लग गया है।
विधायक अरुण वोरा ने महापौर धीरज बाकलीवाल के साथ जवाहर नगर उद्यान का निरीक्षण किया। उन्होंन कहा कि अब अमृत मिशन योजना के संपूर्ण कार्यो की परेशानी ने व्यापक रुप ले लिया है, ठेका एजेंसी की सुस्त चाल से दो वर्षो में एक भी वार्ड में सौ प्रतिशत कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है। अधिकारियों तथा मॉनिटरिंग कंपनी की मनमर्जी का मामला अब जल्द विधानसभा में उठाया जाएगा। साथ ही उन्होंने महापौर से योजना के पाइप लाइन व उद्यान विकास के कार्यो में विलंब के कारणों की समीक्षा करने को कहा।