छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ने न्याय प्रणाली में तकनीकी क्रांति पर दिया जोर

रायपुर: छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने न्याय प्रणाली को आधुनिक बनाने में तकनीक की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। उच्च न्यायालय के एक कार्यक्रम में उन्नत गजेट्स के वितरण के दौरान उन्होंने कहा,
“उन्नत गजेट्स न्याय प्रदान करने में दक्षता, पारदर्शिता और समावेशिता के उत्प्रेरक हैं।”

मुख्य न्यायाधीश ने कहा, “तकनीक ने जहां दूरियां घटाई हैं, वहीं यह आवश्यक है कि न्याय की मानवता भी बनी रहे।” उन्होंने न्यायमूर्ति रूथ बेडर गिन्सबर्ग के शब्दों को उद्धृत करते हुए कहा,
“सच्चा बदलाव, स्थायी बदलाव, एक समय में एक कदम से होता है।”

कार्यक्रम का विषय था: “न्याय तक पहुंच के लिए डिजिटल अंधकार को समाप्त करना और न्यायिक अधिकारियों को iPads से लैस करना।”
इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय भाषण में मुख्य न्यायाधीश ने कहा,
“यह केवल एक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह हमारे इस संकल्प का प्रतीक है कि न्यायिक अधिकारियों को डिजिटल युग की चुनौतियों से निपटने के लिए आवश्यक उपकरणों से सुसज्जित किया जाए।”

मुख्य न्यायाधीश ने जोर देकर कहा,
“तेजी से प्रगति कर रहे तकनीकी युग में हम कानून और तकनीक के संगम पर खड़े हैं। डिजिटल युग ने हमारे जीवन के हर पहलू को बदल दिया है, जिसमें न्याय की धारणा, व्याख्या और कार्यान्वयन शामिल हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम तकनीक की क्षमता का सदुपयोग करें और इसके जिम्मेदार और नैतिक उपयोग को सुनिश्चित करें।”

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