बीजापुर, 16 मई 2025।
बीजापुर जिले के उसुर विकासखंड के करेगुट्टा पहाड़ी की तलहटी में बसे एक छोटे से गांव की वृद्धा शम्मी दुर्गम की आंखें आज भावनाओं से नम थीं। ग़लगम में आयोजित सुशासन तिहार के दौरान जब उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत पक्का घर मिलने की चाबी मिली, तो वह खुद को रोक नहीं सकीं।
62 वर्षीय शम्मी दुर्गम जब मंच पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से अपने नए घर की चाबी लेने पहुंचीं, तो उन्होंने स्नेहभरे अंदाज़ में मुख्यमंत्री के गाल को छुआ, फिर उस हाथ को चूम लिया—जैसे कोई माँ अपने बेटे को दिल से आशीर्वाद दे रही हो। यह दृश्य केवल सरकारी योजना के लाभान्वित होने का नहीं, बल्कि शासन के प्रति एक माँ के विश्वास और कृतज्ञता का जीवंत उदाहरण बन गया।

यह क्षण वहां उपस्थित हर व्यक्ति की आंखों को नम कर गया। लोगों ने तालियों से इस ममता भरे दृश्य का स्वागत किया और यह पल सुशासन तिहार की आत्मा बन गया। यह दिखाता है कि सरकार की योजनाएं जब जमीनी हकीकत में बदलती हैं, तो उनका असर सिर्फ सुविधाओं तक सीमित नहीं रहता—वो दिलों को छू जाता है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य केवल योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं, बल्कि हर जरूरतमंद तक सम्मान और आत्मनिर्भरता की अनुभूति पहुंचाना है। शम्मी दुर्गम जैसी माताएं हमारी प्रेरणा हैं।
