रायपुर, 16 मई 2025।
छत्तीसगढ़ में सुशासन तिहार 2025 के अंतर्गत चल रहे दौरे के दौरान मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के गभरा गांव पहुंचे। उन्होंने यहां 220 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन सिद्धबाबा सिंचाई जलाशय परियोजना का स्थल निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्माण कार्य की गति बढ़ाने तथा गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह परियोजना किसानों की आय बढ़ाने और क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास का मजबूत आधार बनेगी। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि हर किसान तक सिंचाई की सुविधा पहुँचे।

इस जलाशय से 34 गांवों के लगभग 4,500 किसानों को लाभ मिलेगा। परियोजना से 1840 हेक्टेयर में खरीफ और 1380 हेक्टेयर में रबी फसलों की सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके अतिरिक्त, डुबान क्षेत्र के किसान भी 120 हेक्टेयर में रबी और सब्जियों की खेती कर सकेंगे।
जलाशय से प्रतिवर्ष 498 क्विंटल मत्स्य उत्पादन की संभावना है, जिससे 200 ग्रामीणों को रोजगार प्राप्त होगा। इसके साथ ही क्षेत्र में भूजल स्तर में वृद्धि होगी, जिससे निस्तारी और पेयजल संकट भी काफी हद तक कम होगा।
परियोजना के माध्यम से तीन जिलों—खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, बेमेतरा और दुर्ग—के कई गांवों को सीधा लाभ मिलेगा, जिनमें प्रमुख हैं:
- खैरागढ़-छुईखदान-गंडई: गभरा, कोटरीछापर, दोड़िया, विचारपुर, बुंदेली, मुरई, खैरी, सीताडबरी, कोटरा, साल्हेकला
- बेमेतरा: पठारझोरी, चिचानमेटा, जानो, रानो, गाड़ाडीह, सोनडबरी
- दुर्ग: अगारकला, अगारखुर्द, साल्हेखुर्द, नवागांव
इस परियोजना से छुईखदान विकासखंड के 13, साजा के 7 और धमधा के 3 लघु जलाशयों को जल आपूर्ति सुनिश्चित होगी, जिससे व्यापक क्षेत्र में सिंचाई का विस्तार होगा।
निरीक्षण के दौरान उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
