बिलासा देवी केवट का मोमेंटो: छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत और नारी शक्ति का प्रतीक

रायपुर, 25 मार्च 2025: मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज बिलासपुर जिले के ग्राम मोहभट्टा में आयोजित आमसभा एवं विकास कार्यों के लोकार्पण शिलान्यास समारोह में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को छत्तीसगढ़ की वीरांगना बिलासा देवी केवट की स्मृति में विशेष मोमेंटो भेंट किया। यह राज्य की सांस्कृतिक विरासत, नारी शक्ति और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।

छत्तीसगढ़ की वीरांगना

बिलासा देवी केवट छत्तीसगढ़ की एक साहसी, परिश्रमी और दूरदर्शी महिला थीं, जिनके नाम पर बिलासपुर शहर का नामकरण किया गया। वे केवट समुदाय से संबंध रखती थीं—जो भारतीय इतिहास में जल परिवहन, सेवा भावना और ईमानदारी के लिए जाना जाता है। भगवान श्रीराम के जीवन में भी इस समुदाय की भूमिका एक आदर्श प्रेरणा के रूप में देखी जाती है।

महिला सशक्तिकरण का प्रतीक

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बिलासा देवी का जीवन इस बात का प्रमाण है कि महिलाएँ किसी भी क्षेत्र में सीमाओं को पार कर इतिहास रच सकती हैं। उन्होंने यह सिद्ध किया कि चाहे प्रशासन हो या सामाजिक नेतृत्व, नारी शक्ति हमेशा आगे रही है।

इस भेंट का उद्देश्य प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के महिला सशक्तिकरण और राष्ट्र निर्माण में नारी सहभागिता के दृष्टिकोण को रेखांकित करना है। ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’, ‘उज्ज्वला योजना’, ‘महिला स्वयं सहायता समूह’, और ‘नारी शक्ति मिशन’ जैसी योजनाएँ इसी दिशा में ऐतिहासिक कदम हैं।

छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत का राष्ट्रीय सम्मान

बिलासा देवी केवट का यह मोमेंटो केवल एक शिल्पकृति नहीं, बल्कि एक वैचारिक प्रतीक है—जो यह दर्शाता है कि भारत का भविष्य तभी उज्ज्वल होगा, जब उसकी महिलाएँ सशक्त होंगी। इस विशेष भेंट के माध्यम से छत्तीसगढ़ के गौरवशाली अतीत, वर्तमान प्रयासों और उज्ज्वल भविष्य का समन्वय राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित हुआ है।

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