नक्सल सप्लाई चेन पर बड़ा प्रहार, दो सप्लायर गिरफ्तार
सुकमा में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने दो नक्सली सप्लायरों को गिरफ्तार किया है, जो नक्सलियों को असलहा समेत रसद और दैनिक उपयोगी सामग्री पहुंचाने का काम करते थे। इनमें से एक आरोपी मुचाकी सुरेश, तेलंगाना स्टेट कमेटी और PLGA बटालियन नंबर 01 के लिए काम करता था।
गिरफ्तार नक्सली न सिर्फ रसद और सामग्री की आपूर्ति करता था, बल्कि सुरक्षा बलों की गतिविधियों पर नजर रखकर नक्सलियों को जानकारी भी देता था। वह आईईडी और स्पाइक लगाने, रास्तों को खोदकर अवरुद्ध करने जैसी घटनाओं में भी शामिल था। सुरक्षाबलों ने दोनों आरोपियों को पकड़कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।

नक्सल गढ़ पूवर्ती में शांति का माहौल, जवानों ने मनाई होली
छत्तीसगढ़ के सबसे खतरनाक इलाकों में से एक, घोर नक्सल प्रभावित पूवर्ती गांव, जहां कभी दहशत का माहौल रहता था, अब धीरे-धीरे शांति और खुशहाली की ओर बढ़ रहा है। यह गांव कुख्यात नक्सली कमांडर हिड़मा का गढ़ माना जाता है, लेकिन अब यहां बदलाव की बयार बह रही है।
पूवर्ती, केरलापेंदा, चिंतलनार और तुमलपाड़ जैसे गांवों में सुरक्षा बलों ने कैंप स्थापित कर नक्सलियों के आतंक को कमजोर किया है। पहली बार इन इलाकों में जवानों ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर होली का जश्न मनाया। सुरक्षाबलों के लिए यह सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि विश्वास और शांति स्थापित करने का प्रतीक था।
बदलाव की ओर बढ़ता बस्तर
बस्तर के इन इलाकों में सुरक्षाबलों की तैनाती और नक्सलियों पर लगातार दबाव के कारण हालात तेजी से बदल रहे हैं। अब ग्रामीण भी मुख्यधारा में लौट रहे हैं और विकास की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। पूवर्ती गांव में मनाई गई यह होली दर्शाती है कि छत्तीसगढ़ अब नक्सलवाद के अंधेरे से बाहर निकलकर एक नई रोशनी की ओर बढ़ रहा है।
