रायपुर: छत्तीसगढ़ में पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है। इस हार के बाद पार्टी के अंदर उथल-पुथल मची हुई है, वहीं बीजेपी ने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट की गैरमौजूदगी को लेकर सियासी हमला बोल दिया है। सचिन पायलट, जो 26 जनवरी के बाद छत्तीसगढ़ नहीं आए हैं, उनकी चुप्पी पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
बीजेपी का हमला – “पायलट का जहाज बिगड़ गया!”
बीजेपी विधायक सुनील सोनी ने सचिन पायलट को निशाने पर लेते हुए कहा, “जब कांग्रेस का सूफड़ा साफ हो चुका है, तो सचिन पायलट यहां आकर क्या करेंगे? उनका जहाज पहले ही बिगड़ चुका है। कांग्रेस अब कई धड़ों में बंट चुकी है। एक गुट भूपेश बघेल का है, दूसरा टीएस सिंहदेव का, तीसरा चरणदास महंत का और चौथा दीपक बैज का। कांग्रेस कार्यकर्ता खुद परेशान हैं और नेतृत्व विहीन स्थिति में हैं।”

बैठक से नदारद रहे पायलट, कांग्रेस में अंदरूनी असंतोष?
कांग्रेस की हार के बाद कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज समेत सभी वरिष्ठ नेता मौजूद थे। लेकिन प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट इस बैठक से गायब रहे। इस गैरमौजूदगी ने कांग्रेस के भीतर ही असंतोष को जन्म दिया है।
दीपक बैज का बचाव – “पायलट जल्द आएंगे”
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने बीजेपी के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा, “बीजेपी मुद्दों पर बात नहीं करती है। सचिन पायलट कांग्रेस संगठन को मजबूती देने में लगे हुए हैं। वह राजस्थान विधानसभा सत्र में व्यस्त हैं, इसलिए दौरा नहीं कर पाए। लेकिन हम लगातार उनके संपर्क में हैं और जल्द ही वह छत्तीसगढ़ का दौरा करेंगे।”
क्या कांग्रेस में अंदरूनी कलह गहराई?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस की हार के बाद पार्टी में गुटबाजी खुलकर सामने आ रही है। भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव, चरणदास महंत और दीपक बैज जैसे बड़े नेताओं के बीच खींचतान की चर्चाएं तेज हो गई हैं। वहीं, सचिन पायलट की चुप्पी इस विवाद को और गहरा रही है.
