बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में एक सौतेले पिता पर अपने छह साल के बेटे की हत्या या मानव बलि देने का आरोप लगा है। पुलिस ने आरोपी गौरव साहू को हिरासत में ले लिया है। उसने बच्चे की गला घोंटकर हत्या करने की बात स्वीकार की है, लेकिन दावा किया है कि शव को जंगल में फेंक दिया।
घटना बेलगहना क्षेत्र की है, जहां 10 दिसंबर को आरोपी गौरव अपने छह साल के सौतेले बेटे माधव को घर से लेकर गया था। माधव की मां रेवती, जो दो बच्चों की मां हैं, ने करीब एक साल पहले गौरव से शादी की थी। शादी के बाद से ही गौरव बच्चों को रेवती के समय ना दे पाने का कारण मानते हुए नाराज रहने लगा था।
गौरव ने 10 दिसंबर को माधव को घुमाने के बहाने घर से बाहर ले जाकर कथित रूप से उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसने जंगल में शव फेंकने का दावा किया। जब गौरव और बच्चा देर रात तक घर नहीं लौटे, तो रेवती ने खोजबीन शुरू की।
22 दिसंबर को गौरव गांव वापस लौटा, लेकिन बच्चे के बिना। इस पर ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया। भीड़ से डरकर उसने पुलिस को आत्मसमर्पण कर दिया। शुरुआत में उसने दावा किया कि बच्चा रिश्तेदार के घर है, लेकिन जांच में बच्चा वहां नहीं मिला। इसके बाद उसने हत्या करने की बात कबूल कर ली।
पुलिस ने आरोपी द्वारा बताए गए जंगल क्षेत्र की गहन जांच की, लेकिन अभी तक शव नहीं मिला है। पुलिस ने घटनास्थल के पास एक प्लॉट से खून के सैंपल भी लिए हैं, जिन्हें फोरेंसिक लैब भेजा गया है। शुरुआती जांच में ऐसा प्रतीत होता है कि खून का उपयोग किसी अनुष्ठान में किया गया था।
पुलिस ने बताया कि आरोपी से गहन पूछताछ की जा रही है ताकि मामले की पूरी सच्चाई सामने आ सके। शव मिलने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि हत्या मानव बलि के लिए की गई थी या किसी और वजह से।