देहरादून। उत्तराखंड में नगर निकाय चुनाव 15 जनवरी 2024 को कराए जाने की संभावना है। राज्य सरकार ने चुनावी तैयारियां तेज कर दी हैं, और पदों व वार्डों के आरक्षण की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है। सूत्रों के अनुसार, 22 दिसंबर तक आरक्षण को लेकर दावे-आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। इसके बाद 23 या 24 दिसंबर को अंतिम अधिसूचना जारी कर राज्य निर्वाचन आयोग को भेजी जाएगी।
माना जा रहा है कि आयोग 26 दिसंबर को नगर निकाय चुनाव का कार्यक्रम घोषित करेगा। तीन सप्ताह के कार्यक्रम के तहत 15 जनवरी को मतदान और 20 जनवरी को मतगणना हो सकती है।
राष्ट्रीय खेलों के कारण तय हो रही है समयसीमा
उत्तराखंड में 28 जनवरी से 14 फरवरी तक राष्ट्रीय खेलों का आयोजन होना है। पहली बार राज्य को इन खेलों की मेजबानी मिली है, इसलिए सरकार चाहती है कि खेलों से पहले निकाय चुनाव संपन्न हो जाएं।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव भी हैं अगली प्राथमिकता
निकाय चुनाव और राष्ट्रीय खेलों के बाद त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराना भी सरकार की प्राथमिकता में है। ग्राम पंचायतों और क्षेत्र पंचायतों का कार्यकाल नवंबर में समाप्त हो चुका है, जबकि जिला पंचायतों का कार्यकाल दो दिसंबर को खत्म हुआ। फिलहाल, पंचायत प्रमुखों को प्रशासक नियुक्त किया गया है, लेकिन मई 2024 से पहले पंचायत चुनाव कराए जाने की संभावना है।
किच्छा और नरेंद्रनगर में अधर में चुनाव
दो नगर निकायों—किच्छा और नरेंद्रनगर—में चुनाव की स्थिति अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। किच्छा में सिरोलीकला क्षेत्र को निकाय से बाहर करने का मामला अदालत में लंबित है, जबकि नरेंद्रनगर में वार्ड परिसीमन का काम अधूरा है। इन विषयों के समाधान के बाद ही इन क्षेत्रों में चुनाव कराए जाएंगे।
बदरीनाथ, केदारनाथ और गंगोत्री में मनोनयन
गैर निर्वाचित निकायों—बदरीनाथ, केदारनाथ, और गंगोत्री—में सरकार द्वारा बाद में मनोनयन किया जाएगा।