रायपुर: राज्य कर जीएसटी विभाग द्वारा बोगस और संदिग्ध फर्मों की पहचान के लिए रिस्क पैरामीटर के आधार पर भौतिक सत्यापन की कार्यवाही तेज कर दी गई है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने व्यवसायियों द्वारा राज्य कर निरीक्षकों को धमकाने की घटना को गंभीरता से लेते हुए कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
व्यवसायियों द्वारा धमकी और दुर्व्यवहार:
राज्य कर निरीक्षकों रितु सोनकर और होमेश वर्मा को रायपुर के मेसर्स योगेश कमर्शियल (गुढियारी) के मुनीश कुमार शाह और मेसर्स जगन्नाथ कन्स्ट्रक्शन (दलदल सिवनी) के राहुल शर्मा के प्रतिष्ठानों का भौतिक सत्यापन करने का निर्देश दिया गया था। सत्यापन के दौरान दोनों व्यवसायियों ने निरीक्षकों के साथ दुर्व्यवहार करते हुए धमकी दी, जिससे शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न हुई।
सीएम ने लिया सख्त निर्णय:
मुख्यमंत्री ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए निर्देश दिए कि शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने वाले व्यवसायियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उनके निर्देश पर दोनों फर्मों के प्रतिष्ठानों पर जांच और जब्ती की कार्यवाही की गई।
एफआईआर दर्ज:
राज्य कर विभाग ने संबंधित व्यवसायियों के खिलाफ पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसके साथ ही, फर्मों के कर अपवंचन और जीएसटी अधिनियम के उल्लंघन की भी पड़ताल जारी है।
भौतिक सत्यापन अभियान जारी:
राज्य कर विभाग ने स्पष्ट किया है कि बोगस और संदिग्ध फर्मों के खिलाफ ऐसी कार्यवाही लगातार जारी रहेगी। विभाग के अनुसार, यह अभियान राज्य में कर चोरी और अनियमितताओं को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।