एसपी के निर्देश की अनदेखी, डीजीपी के निर्देश पर दर्ज हुआ जुर्म, मामला वाहनों की टैक्स अदायगी के नाम पर धोखाधड़ी का

एनआरआई महिला ने वाहनों के फिटनेस व टैक्स अदायगी केलिए 20 लाख रु. की ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध पंजीबद्ध किया है। दिलचस्प यह है कि इस मामले की शिकायत 6 माह पूर्व एसपी से की गई थी, जहां सुनवाई नहीं होने पर डीजीपी के दरबार में गुहार लगाई गई थी।

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। मामला मोहन नगदर थाना क्षेत्र की निवासी अप्रवासी भारतीय (एनआरआई) महिला गीता एच. पटेल से संबंधित है। मालवीय नगर निवासी गीता एच. पटेल मेसर्स सीबी पटेल फर्म की भागीदार है। उन्हें भागीदार फर्म के व्यावसाय में ट्रको की आवश्यकता थी। जिसके लिए उन्होंने अपने पति हितेश भाई पटेल के पूर्व परिचित मरोदा सेक्टर निवासी अमरजीत रेखी से सम्पर्क किया था। अमरजीत के माध्यम से रायपुर के ए.एम. सविर्सेस के संचालक अर्जुन कुमार गुप्ता से परिचय हुआ था। अर्जुन गुप्ता द्वारा गोडवारा, रायपुर स्थित कार्यालय से ट्रको व गाडियो की खरीद बिक्री एवं परिवहन कार्यालय से वाहनो के पंजीयन आदि कार्य किया जाता है। अर्जुन गुप्ता ने गीता पटेल को आईसीआईसीआई बैंक से फायनेंस कराकर वाहनों की खरीदी कराने का आश्वासन दिया था। जिसके लिए प्रति ट्रक 9 लाख 10 हजार रु. की दर से उसका भुगतान किए जाने की जानकारी दी गई थी। उसने यह भी आश्वासन दिया कि नादेड (महाराष्ट्र) से पांच ट्रक की खरीदी का कार्य गीता पटेल के नाम पर करवा सकता है। जिस पर अर्जुन कुमार गुप्ता के बताये अनुसार गीता एच. पटेल द्वारा आईसीआईसीआई बैंक के पक्ष मे एनईएफटी के माध्यम से 30 नवंबर 2018 को ट्रक क्र. एमएच 26 एडी 2152, एमएच 26 एडी 2352, एमएच 26 एडी 2452, एमएच 26 एडी 2652, एमएच 26 एडी 2752 के लिए कुल 45 लाख 50 हजार रु. का भुगतान किया गया।
इस भुगतान के पश्चात पांचो वाहनो के महाराष्ट्र राज्य में इन वाहनों के बकाया टैक्स एनओसी सहित उन्य कार्य कराने की जवाबदारी अर्जुन गुप्ता ने ली थी। वहीं छत्तीसगढ राज्य में इन वाहनों का सभी दस्तावेंजी व नाम ट्रांसफर की कार्रवाई कराए जाने के कार्य का भी अर्जुन गुप्ता ने करवाने का वादा किया था। इन सभी कार्यो के लिए 5 दिसबंर 2018 को 20 लाख रु. अर्जुन कुमार गुप्ता ने सेन्ट्रल बैंक की कोटा रायपुर स्थित शाखा में संचालित खाता एनईएफटी के माध्यम से जमा कराए गए थे। साथ ही खरीदें गए ट्रकों को दुर्ग लाने के लिए अमरजीत रेखी को रिलिजिंग आर्डर पर अपने हस्ताक्षर कर प्रदान किया गया। इस कार्य के लिए 7 दिसंबर 2018 को 3 लाख रु. की रकम एनईएफटी का माध्यम से अमरजीत के खाता में ट्रांसफर की गई। रकम संबंधितों के खाता में ट्रांसफर किएअ जाने के बाद लंबे समय कर वाहनों को न तो महाराष्ट्र में टैक्स अदा कर लाया गया और न ही वाहनों को गीचा पटेल के नाम पर ट्रांसफर कराया गया।
एसपी के निर्देश बाद नहीं हुई कार्रवाई
पूछताछ के लिए संपर्क किए जाने पर अर्जुन कुमार गुप्ता से संपर्क नही होने पर धोखाधड़ी का अहसास हुआ। जिसके बाद इस मामले की शिकायत 11जून 2019 को एसपी दुर्ग से की गई। जिस पर कार्रवाई करते हुए 16 दिसंबर 2019 को कार्रवाई के लिए निर्देश दिया गया था, लेकिन किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने पर मामले की शिकायत पुलिस महानिदेशक से की गई थी। शिकायतकर्ता ने स्वयं को भारत के अतिरिक्त युनाइटेट स्टेट आफ अमेरिका की भी नागरिक होने की जानकारी शिकायत में दी है।