रायपुर: छत्तीसगढ़ में आपराधिक घटनाओं जैसे मर्डर, लूट, ठगी, और साइबर क्राइम की बढ़ती घटनाओं के बीच रायपुर पुलिस ने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता अभियान शुरू किया है। पुलिस ने विभिन्न प्रकार के साइबर घोटालों के बारे में जानकारी दी है और उनसे बचने के लिए उपयोगी सुझाव दिए हैं।
पुलिस ने बताए ये खास सुझाव:
- TRAI घोटाला: यदि कोई कॉल करके कहे कि आपका फोन नंबर बंद किया जा रहा है, तो जवाब न दें।
- कुरियर फ्रॉड: FedEx, DHL या अन्य कुरियर सेवाओं के नाम पर कॉल कर नंबर दबाने को कहने वालों से बचें।
- पुलिस अधिकारी का फर्जी कॉल: आधार कार्ड से जुड़ी कोई जानकारी मांगने वाले कॉल्स को इग्नोर करें।
- डिजिटल गिरफ्तारी का दावा: ऐसी किसी कॉल को तुरंत काटें।
- पैकेज में ड्रग्स घोटाला: इस प्रकार की कॉल्स को नजरअंदाज करें।
- गोपनीयता की शर्त: अगर कोई कहे कि आप किसी को न बताएं, तो तुरंत साइबर क्राइम पुलिस को 1930 पर सूचित करें।
- WhatsApp और SMS फ्रॉड: किसी भी लिंक या संदेश का जवाब न दें।
- UPI फ्रॉड: अगर कोई कहे कि उसने गलती से पैसे ट्रांसफर कर दिए हैं, तो सावधान रहें।
- फर्जी पहचान के माध्यम से खरीद: सेना या CRPF का नाम लेकर धोखाधड़ी करने वालों से सतर्क रहें।
- घोटाला: पता सत्यापन या ओटीपी मांगने वाले कॉल्स से बचें।
- वीडियो कॉल अलर्ट: बिना ऑफलाइन सत्यापन के वीडियो कॉल्स का जवाब न दें।
- व्यक्तिगत जानकारी गोपनीय रखें: फोन या मैसेज के जरिए व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
- डराने-धमकाने वाले कॉल्स: घबराएं नहीं, कॉल काटें और नंबर ब्लॉक करें।
घटना होने पर क्या करें:
अगर किसी घोटाले का शिकार हो जाते हैं तो तुरंत 1930 पर साइबर क्राइम पुलिस से संपर्क करें और अपने नजदीकी थाने में एफआईआर दर्ज कराएं।
पुलिस की अपील:
रायपुर पुलिस ने लोगों से आग्रह किया है कि सतर्क रहें और जागरूकता अपनाकर साइबर अपराधों से बचाव करें। सुरक्षित डिजिटल व्यवहार और समय पर रिपोर्टिंग से अपराधियों को पकड़ा जा सकता है।