प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की प्रतिक्रिया: ग्रामीण अंचलों की कला और संस्कृति का संरक्षण आवश्यक

रायपुर: मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम देश की समृद्ध विरासत, कला-संस्कृति और परंपराओं को सहेजने वाले लोगों के प्रयासों को सामने लाने का एक महत्वपूर्ण मंच बन गया है। प्रधानमंत्री के इस प्रयास से हमें देश के विभिन्न हिस्सों में हो रहे नवाचारों और सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने के प्रयासों के बारे में जानकारी मिलती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण अंचलों में लोग अपनी कला-संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और इस कार्यक्रम के माध्यम से उनकी मेहनत को मान्यता मिलती है।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय अपने निवास कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘मन की बात’ कार्यक्रम सुनने के बाद प्रतिक्रिया दे रहे थे। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, विधायक श्रीमती गोमती साय, विधायक श्री भैया लाल राजवाड़े, युवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्री कमलचंद्र भंजदेव, पद्मश्री सुनील जोगी, श्री अंजय शुक्ला सहित अन्य गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।

‘मन की बात’ में उल्लेखित प्रमुख प्रयास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में अमेरिका प्रवास और वहाँ की गतिविधियों का जिक्र करते हुए कई प्रेरणादायक व्यक्तियों और उनके अनूठे प्रयासों का उल्लेख किया। तेलंगाना के श्री के एन राजशेखर के ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान की चर्चा की, जिन्होंने प्रतिदिन एक पेड़ लगाने का संकल्प लिया है। इसी प्रकार, संथाली भाषा को संरक्षित करने के लिए श्री रामजीत टुडू के प्रयासों का प्रधानमंत्री ने सम्मान किया। इसके साथ ही, मदुरै की शिक्षिका शुभाश्री के औषधीय पौधों को संरक्षित करने के योगदान की भी सराहना की गई।

‘क्रिएट इन इंडिया’ पहल और युवाओं के लिए अपील

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में आधुनिक समय में तेजी से बदलते हुए रोजगार के स्वरूप पर भी विचार व्यक्त किए। उन्होंने गेमिंग, एनीमेशन, फिल्म निर्माण, पोस्टर मेकिंग, बैंड्स और कम्युनिटी रेडियो जैसे क्षेत्रों में सक्रिय युवाओं को प्रोत्साहित किया कि वे भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ‘क्रिएट इन इंडिया’ पहल से जुड़ें। इस पहल के अंतर्गत 25 विभिन्न चुनौतीपूर्ण विधाओं को शामिल किया गया है, जिनसे जुड़े लोग अपनी रचनात्मकता को देश और दुनिया के सामने प्रस्तुत कर सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे न केवल युवाओं को मंच मिलेगा, बल्कि उनकी रचनात्मकता का उचित सम्मान भी होगा।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इससे हमें अपने देश की विविधता, संस्कृति और नवाचारों को बेहतर तरीके से समझने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ जैसे राज्य में भी लोग अपनी कला और परंपराओं को सहेजने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं, और प्रधानमंत्री मोदी के इस प्रयास से उन्हें प्रेरणा मिलेगी।

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