महानदी जल विवाद जल्द होगा हल: केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल

भुवनेश्वर: छत्तीसगढ़ और ओडिशा के बीच लंबे समय से चले आ रहे महानदी जल-विवाद के जल्द समाधान की उम्मीद जताते हुए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने कहा कि यह मामला जल्द ही सुलझा लिया जाएगा।

केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल ने ओडिशा के दौरे के दौरान ‘एक पेड़, मां के नाम’ कार्यक्रम में भाग लिया और उन्होंने इस अवसर पर कहा कि महानदी जल विवाद के कानूनी मसले का समाधान जल्द ही होगा। मंत्री ने बताया कि न्यायाधिकरण इस मुद्दे को सुलझाने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है ताकि विवाद का निपटारा जल्द से जल्द हो सके।

सीआर पाटिल ने कहा, “महात्मा गांधी के कार्यों को आगे बढ़ाते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ की शुरुआत की। अब इसे 10 साल हो चुके हैं। हम यह ‘पखवाड़ा’ 17 सितंबर (प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन) से 2 अक्टूबर (महात्मा गांधी की जयंती) तक मना रहे हैं। इस दौरान हमने अब तक ग्रामीण क्षेत्रों में 10 लाख से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए हैं।”

गौरतलब है कि महानदी नदी छत्तीसगढ़ और ओडिशा के लोगों की जीवनरेखा है, जिसमें हजारों लोग महानदी घाटी में बसे हैं। हालांकि, दोनों राज्यों के बीच अब तक जल बंटवारे को लेकर कोई अंतरराज्यीय समझौता नहीं हो पाया है।

ओडिशा सरकार ने केंद्रीय सरकार से महानदी पर छत्तीसगढ़ द्वारा बनाए गए छह औद्योगिक बैराजों के निर्माण और गैर-मानसून अवधि के दौरान जल प्रवाह की कमी की शिकायत की है।

कार्यक्रम में आगे बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ने वृक्षारोपण के महत्व पर जोर दिया और कहा, “मेरे पास एक दिन का कार्यक्रम है, मैं शाम तक यहां रहूंगा… महात्मा गांधी का सपना था ‘स्वच्छ भारत’। जिस तरह उन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया, उसी तरह उन्होंने स्वच्छ भारत को भी महत्व दिया।”

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने लोगों से पर्यावरण की सुरक्षा और स्वच्छता के लिए एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया।