आज अनंत चतुर्दशी के साथ ही गणपति बप्पा की विदाई का समय आ गया है। दस दिनों तक धूमधाम से पूजा-अर्चना के बाद अब बप्पा को विदा करने का शुभ अवसर है। गणेश उत्सव के दौरान जितने प्रेम और श्रद्धा से भगवान गणेश की पूजा की जाती है, उतनी ही श्रद्धा के साथ उनका विसर्जन भी जरूरी होता है।
विसर्जन का शुभ मुहूर्त
आज, 2 शुभ मुहूर्त हैं जिनमें आप गणपति विसर्जन कर सकते हैं। पहला मुहूर्त सुबह 9:30 बजे से दोपहर 2 बजे तक है। दूसरा शुभ समय दोपहर 3:35 बजे से शाम 5 बजे तक है। इन समयों में गणपति की झांकी या मूर्ति का विसर्जन करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है।
गणपति विसर्जन का महत्व
गणेश विसर्जन के साथ ही एक नई शुरुआत का संकेत मिलता है। गणपति बप्पा हर साल हमारे जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लेकर आते हैं। उनका विसर्जन इस बात का प्रतीक है कि अब हमें पूरे वर्ष मेहनत और समर्पण से अपनी जिंदगी में आगे बढ़ना है।
गणपति विसर्जन की पूजा विधि
- सबसे पहले भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा करें।
- उन्हें लाल चंदन, दूर्वा, लाल फूल, पान, सुपारी, मोदक, धूप और दीप अर्पित करें।
- पूरे परिवार के साथ मिलकर गणपति की आरती करें।
- पूजा के बाद, बप्पा को विसर्जन के लिए उठाएं और विदाई के समय “गणपति बाप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ” जैसे मंत्रों का उच्चारण करें।
गणपति बप्पा के विसर्जन के साथ ही आने वाले साल के लिए सकारात्मकता और मेहनत से नई शुरुआत करें।