छत्तीसगढ़ में बुधवार को कांग्रेस ने राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था और अन्य मुद्दों पर विधानसभा का घेराव करने का प्रयास किया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने पांच लेयर में बैरिकेडिंग की थी। हालांकि, कार्यकर्ता पहली बैरिकेडिंग तोड़ने में सफल रहे, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोकने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया।
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट के नेतृत्व में इस प्रदर्शन में हजारों कार्यकर्ता शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और कानून व्यवस्था सुधारने की मांग की। सचिन पायलट ने कहा कि राज्य में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बेवजह निशाना बनाया जा रहा है और सरकार उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है।
विधानसभा घेराव के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़पें हुईं। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया, जिससे कई कार्यकर्ता घायल हो गए। पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल भी तैनात किए।
इस प्रदर्शन का उद्देश्य राज्य सरकार पर दबाव बनाना था ताकि वे कानून व्यवस्था में सुधार करें और जनता की समस्याओं का समाधान करें। कांग्रेस ने राज्य सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि वे जनता के हित में काम नहीं कर रहे हैं और उनकी समस्याओं को नजरअंदाज कर रहे हैं।
प्रदर्शन के बाद सचिन पायलट ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस जनता की आवाज को उठाती रहेगी और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष करती रहेगी। उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो वे आने वाले दिनों में और भी बड़े आंदोलन करेंगे।