पुत्री को बीएससी नर्सिंग में प्रवेश दिलाने के नाम पर ग्रामीण हुआ ठगी का शिकार, गंवाए 7 लाख 91 हजार रु., पुलिस ने दर्ज किया धोखाधड़ी का जुर्म

पुत्री का भविष्य बनाने और उसे बीएससी नर्सिंग में प्रवेश दिलाने की आस में एक ग्रामीण ठगी का शिकार हो गया। ग्रामीण को झांसे में लेकर अंजान व्यक्ति ने 7 लाख 91 हजार रु. की मोटी रकम हडप ली। इसके बाद पुत्री का नाम बीएससी नर्सिंग की प्रवेश सूची में नहीं आने पर उसे ठगे जाने का अहसास हुआ और मामला पुलिस तक पहुंचा। पुलिस ग्रामीण द्वारा उपलब्ध कराए गए बैंक खातों व मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपी की तलाश कर रही है।

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। ठगी का शिकार हुआ ग्रामीण रानीतराई थाना के ग्राम बेल्हारी (पाटन) का निवासी रेवाराम साहू (46 वर्ष) है। रेवाराम की पुत्री डालेश्वरी 16 जून को हुई बीएससी नर्सिंग प्रवेश परीक्षा में शामिल हुई थी। 25 जून को डालेश्वरी के पास फोन आया। फोन करने वाले ने स्वयं को बीएससी नर्सिंग एक्जामिनेशन बोर्ड का बाबू बताते हुए कहा कि उसका रैंक प्रवेश की पात्रता के काफी करीब है। वह उसे दुर्ग के सरकारी कॉलेज में प्रवेश दिला सकता है। इस बात की जानकारी डालेश्वरी ने अपने पिता को दी। पिता रेवाराम के बात करने पर कथित बाबू ने प्रवेश के लिए कुछ रकम का खर्च आने की बात कही। इस झांसे में रेवाराम आ गया और अंजान व्यक्ति द्वारा बताए गए अलग अलग खातों में 7 लाख 91 हजार रु. की किश्तों में जमा करा दी। मोटी रकम के जमा कराने के बाद भी डालेश्वरी की नर्सिंग के सरकारी कालेज में प्रवेश नहीं होने पर रेवाराम को ठगे जाने का अहसास हुआ और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। रानीतराई पुलिस ने अंजान व्यक्ति के खिलाफ दफा 420 के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले की पड़ताल प्रारंभ कर दी है।

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