मनाई गई गांधी जयंती, विधानसभा से लेकर निगम तक जिम्मेदारों ने की सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंध की अनदेखी

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर छत्तीसगढ़ में शासकीय स्तर से लेकर विभिन्न संगठनों द्वारा आयोजन विभिन्न आयोजन किए गए, लेकिन आयोजन में राष्ट्रीय स्तर पर चलाए गए गए अभियान स्वच्छता ही सेवा है की अनदेखी किए जाने का नजारा देखने को मिला। राष्ट्रीय स्तर पर देश को प्लास्टिक मुक्त करने के अभियान की शुरुआत की गई है। राज्य में विधानसभा से लेकर निगम स्तर तक आयोजित शासकीय आयोजनों में इस अभियान के प्रति गंभीरता नजर नहीं आई। इन शासकीय आयोजन में सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रतिबंध की अनदेखी की गई। आयोजनों में सिंगल यूज प्लास्टिक की पानी की बोतलों उपयोग किया जाता रहा।

रायपुर (छत्तीसगढ़)। महात्मा गांधी जयंती की 150 वीं वर्षगांठ पर राष्ट्रीय स्तर पर सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को प्रतिबंधित किए जाने का अभियान प्रारंभ किया गया है। इस अभियान के तहत जन सामान्य को सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने के प्रति जागरुक किया जाना है। लेकिन शासकीय मशीनरी ही राज्य में इसका पालन करती नजर नहीं आ रही है। राज्य की विधानसभा में गांधी जयंती पर कबीर भजन गायक पद्मश्री डॉ. भारती बंधु का भजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में राज्यपाल व मुख्यमंत्री सहित मंत्रीमंडल के सदस्य, विपक्षी दल के सदस्य भी उपस्थित थे। यहां पर मेहमानों के लिए पीने के पानी के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक की बोतलों का धडल्लें से उपयोग किया गया। दुर्ग निगम के विधायक, महापौर, कलेक्टर की उपस्थिति में आयोजित सुपोषण कार्यक्रम में भी सिंगल यूज प्लास्टिक की पानी की बोतलों का इस्तेमाल किया गया। जब शासकीय आयोजन में ही सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर रोक नहीं लग रही है, तो राज्य में इस पर प्रतिंबध कैसे लगाया जा सकता है, यह विचारणीय है।