बिलासपुर (छत्तीसगढ़)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि किसानों और मजदूरों की जेब में पैसा जाए, यही सरकार का उद्देश्य है। पहले किसानो का क़र्ज़ा बढ़ते जा रहा था। लोग किसानी छोड़ रहे थे। इसे देखते हुए हमने सरकार बनते ही दो घंटे में किसानो का क़र्ज़ा माफ़ किया। खेती किसानी को मजबूत बनाने न्याय योजनाओं की शुरूआत की। बघेल आज बिलासपुर जिले के तखतपुर विधानसभा के ग्राम बेलपान में आयोजित भेंट मुलाकात में ग्रामीणों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर गनियारी को नगर पंचायत बनाने, ग्राम संकरीभांटा में मिनी स्टेडियम का निर्माण कराने के साथ बेलपान मंदिर व मेला स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने सहित कई घोषणाएं की।
मुख्यमंत्री ने भेंट मुलाकात कार्यक्रम में आगे कहा कि किसानों की मेहनत और उनके सहयोग से राज्य में समर्थन मूल्य पर की जा रही धान खरीदी में अब तक हमने 100 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी कर ली है। किसानों की संख्या और जमीन का रकबा दोनों में वृृद्धि हुई है। धान का उत्पादन भी बढ़ा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने शुरू की गई योजनाओं और किसान हितैषी फैसलों से किसानों को ताक़त मिल रही है, किसानों की ताक़त बढ़ने से खेती लाभदायक हुई है। छत्तीसगढ़ में हमारे अन्नदाता बहुत प्रसन्न हैं, फसल भी बहुत अच्छी हो रही है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना से किसानों को सीधा फायदा मिल रहा है। सरकार द्वारा मोटे अनाज को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। कोदो बोने वाले किसानों को भी इनपुट सब्सिडी का लाभ दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बेलपान के नर्मदा कुंड में पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना की। उनके ग्राम बेलपान पहुंचने पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने पुष्प गुच्छ, गुलदस्ता और सूत धागा की माला पहनाकर आत्मीय स्वागत किया। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर कर ग्रामीणों में भारी उत्साह दिखाई दिया। इस दौरान संसदीय सचिव और तखतपुर विधायक श्रीमती रश्मि आशीष सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
बेलपान में घोषणाएं
भेंट मुलाकात में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने क्षेत्रवासियों को कई विकास कार्याें की सौगात दी। उन्होंने ने ग्राम पंचायत गनियारी को नगर पंचायत बनाने, ग्राम संकरीभांटा में मिनी स्टेडियम का निर्माण कराने के साथ बेलपान मंदिर व मेला स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की। उन्होंने शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज तखतपुर का नामकरण पूर्व विधायक तखतपुर स्व. ठाकुर बलराम सिंह के नाम पर और शासकीय नवीन कन्या महाविद्यालय तखतपुर का नामकरण वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम पर करने की भी घोषणा की।
बघेल ने कहा कि तखतपुर नगर के जल संकट को दूर करने जल आवर्धन योजना में तखतपुर को खुड़िया जलाशय से जल आपूर्ति की जायेगी। बेलपान में 50 सीटर प्री-मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास का निर्माण किया जायेगा। तखतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के लिये भवन निर्माण कराया जायेगा। इसके साथ उन्होंने बीजापुर में प्राथमिक शाला का माध्यमिक स्कूल में उन्नयन, सेदा माध्यमिक स्कूल के हाई स्कूल में उन्नयन, उस्लापुर फ्लाईओवर से सकरी तक सड़क चौड़ीकरण, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बेलपान हेतु एम्बुलेंस प्रदान करने, ग्राम साल्हेकापा में मीडिल स्कूल व ग्राम निगारबंद, बेलसरा तथा पोंगरिहा में प्राथमिक शाला के लिये भवन निर्माण, ग्राम दर्री के स्टेडियम का उन्नयन व बाउंड्रीवाल निर्माण और ग्राम भरनी में गुरू घासीदास जयंती मेला स्थल पर भवन एवं अहाता निर्माण कराने की भी घोषणा की।
पटवारी की शिकायत पर कड़ी कार्रवाई के दिए निर्देश
इस दौरान मुख्यमंत्री से पापुलर दास मानिकपुरी ने शिकायत की कि पटवारी पैसा मांगते हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने तत्काल कलेक्टर को जांच के एवं शिकायत सही पाए जाने पर पूर्व एवं वर्तमान के दोनों पटवरियों के खि़लाफ़ कड़ी करवाई करने के निर्देश दिए। भेंट-मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री बघेल नेे क्षेत्रवासियों से अपने विचार साझा किए और शासकीय योजनाओं के संबंध में फीडबैक लिया। उन्होंने कहा कि सभी के लिए रोजगार की व्यवस्था और आय में बढ़ोतरी की योजनाएं चल रही हैं। किसान, मजदूर, महिला सभी के रोजगार और आय में वृद्धि होनी चाहिए। अब गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाने के लिए भी सरकार प्रोत्साहित कर रही है। नौजवानों को रोजगार देने और आय बढ़ाने के लिए सरकार ने रुरल इंडस्ट्रियल पार्क की शुरुआत की है। धार्मिक व सांस्कृतिक क्षेत्र के उन्नयन के लिए सरकार प्रयास कर रही है।
गरीब तबकों के बच्चों को भी मिल रही अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा
मुख्यमंत्री बघेल को तखतपुर स्थित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यमिक विद्यालय की कक्षा 12वीं की छात्रा श्रेया पांडे ने बताया स्वामी आत्मानंद स्कूल में अच्छी पढ़ाई होती है, यहां पर लैब लाइब्रेरी आदि की अच्छी सुविधाएं मिल रही है। सरकार की पहल पर अच्छी गुणवत्ता की निःशुल्क शिक्षा दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों और मजदूरों के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम की अच्छी शिक्षा देने के लिए स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की व्यवस्था की गई है, जहां पर निःशुल्क अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा दी जाती है।