ग्रामीण युवक को चपरासी की नौकरी दिलवाने का झांसा देकर 1 लाख 50 हजार रु. की रकम हडपने वाले आरोपी युवक के खिलाफ पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध पंजीबद्ध कर शुक्रवार को न्यायालय के समक्ष पेश किया। जहां से उसे न्यायायिक अभिरक्षा के तहत जेल भेज दिया गया है।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। नौकरी के नाम पर ठगी करने का आरोपी नहर पारा उरला का निवासी मेघराज यादव (30 वर्ष) है। मामले के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार मेघराज का ग्राम कोकड़ी (उतई) निवासी टुमनलाल साहू से परिचय था। इसी परिचय का लाभ उठाते हुए उसने टुमन को भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) में चपरासी नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया था। जिस पर विश्वास कर टुमनलाल ने उसे एक लाख पचास हजार रु. की रकम दे दी थी। वर्ष 2015 में हुए इस लेनदेन के बाद लंबे समय तक नौकरी नहीं मिलने पर टुमनलाल ने दी गई रकम को वापसी की मांग की। इस पर मेघराज द्वारा बहानेबाजी की जाने लगी। जिससे परेशान टुमन मामले की शिकायत मोहन नगर थाना में की थी। शिकायत की जांच के बाद मेघराज द्वारा ठगी किए जाने के आरोप का खुलासा होने पर उसके खिलाफ धोखाधड़ी का जुर्म दर्ज किया गया। आरोपी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर दफा 420 के तहत कार्रवाई कर अदालत के समक्ष पेश किया। जहां से उसे न्यायायिक अभिरक्षा के तहत जेल भेज दिया गया है।