दुर्ग बाल संप्रेक्षण गृह से फिर एक बार चार अपचारी बालक फरार हो गए और वो भी गृह के दर्जनों अधिकारी कर्मचारियों की मौजूदगी के दौरान। दोपहर लगभग एक बजे भागे है बाल संप्रेक्षण गृह से चार अपचारी बालक। अधिकारी कर्मचारी बने रहे मुकदर्शक । लोहे का दरवाजा तोड़ कर हुये फरार। किसी ने रोकने का नही किया प्रयास। फोर्थ नेशन (4TH NATION) के लिए रितेश तिवारी की एक्सक्लूसिव रपट…
दुर्ग (छत्तीसगढ़) । शहर के पुलगांव स्थित बाल संप्रेक्षण गृह से फिर एक बार चार अपचारी बालक फरार हो गए और वो भी गृह के दर्जनों अधिकारी कर्मचारियों की मौजूदगी के दौरान। संप्रेक्षण गृह में दोपहर एक बजे के लगभग आठ से दस अपचारी कमरे में लगे लोहे के दरवाजे को तोड़ कर बड़ी ही आसानी से गृह से फरार हो गए। संप्रेषण गृह में अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा उन्हें रोकने का प्रयास नहीं किए जाने की जानकारी मिली है। वहीं इस पूरी घटना को दबाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। गृह के अधिकारी कुछ भी बताने से कतरा रहे है। आप को बता दे दुर्ग के बाल संप्रेक्षण गृह प्रदेश भर में सबसे चर्चित गृह है। इस गृह में चाकू आगजनी हत्या मारपीट जैसी वारदात आम हो चुकी है। बाल संप्रेक्षण गृह से पिछले चार पांच सालों के रिकार्ड देखा जाए तो यहां से अपचारी बालक 50 से अधिक बार फरार होने में कामयाब हो चुके है कई बार तो ये अपचारी गृह से भाग कर भी वारदात को अंजाम दे चुके है । पूर्व में हुई वारदात को लेकर तत्कालीन कलेक्टर आर संगीता समेत दर्जनो अधिकारी व्यवस्था सुधारने का प्रयास कर चुके है और अभी वर्तमान कलेक्टर अंकित आनंद भी गृह का दौरा कर चुके है लेकिन कोई सुधार न पहले हुआ और न अभी।