बिलासपुर (छत्तीसगढ़)। संभाग स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक खेल स्वर्गीय बी.आर.यादव स्मृति स्टेडियम बहतराई में उत्साह के साथ शुरू हुआ। पहले दिन महिला खिलाड़ियों के बीच प्रतिस्पर्धाएं हुई। विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरित किया गया। राज्य स्तरीय टीम में चयन की घोषणा भी की गई। जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों ने भी बड़ी संख्या में मौजूद रहकर परम्परागत खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया। प्रत्येक खेल को तीन आयु समूह में बांटकर उनके बीच प्रतियोगिता आयोजित की गई।
शुभारंभ समारोह के अवसर पर विधायक शैलेश पाण्डेय ने सम्बोधित करते हुए कहा कि टीवी एवं मोबाईल ने हमें अपने ग्रामीण खेलों को दूर ढकेल दिया है। टीवी में हम स्थानीय नहीं बल्कि राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खेल देखते हैं। और उसी का अपने जीवन में भी अनुकरण कर खेल आयोजित करते हैं। नये-नये खेलों से हमारे पारम्परिक खेलों का नुकसान हुआ है। लोग इन्हें भूलने लगे थे। ऐसी हालात में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इन्हें बचाने के लिए सामने आये। उन्होंने ग्रामीण खेलों को पहचान देकर गांव-गांव में इनकी प्रतियोगिताएं कराई। उत्साह के साथ बच्चों से लेकर बूढ़ों तक ने इनमें हिस्सेदारी कर अपने पुराने दिनों को फिर से याद किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को इन प्रयासों के लिए बधाई भी दी।
मस्तूरी विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ने छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक आयोजन के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार की सराहना की। उन्हेांने कहा कि ग्रामीण खेलों से न केवल मनोरंजन होता है बल्कि ये हमारी अस्मिता एवं स्वाभिमान से जुड़ा मामला है। खेलों से हमें हमारी क्षमता प्रदर्शित करने का अच्छा मौका मिलता है। जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की विलुप्तप्राय पारम्परिक खेलों को पुनर्जीवित कर ऐतिहासिक काम किया है। समाज के सभी वर्ग के लोग इन खेलों में उल्लास के साथ भाग ले रहे हैं। ये न केवल खेल है बल्कि हमारी संस्कृति एवं परम्परा का अटूट हिस्सा है। इन खेलों को जीकर के हमारे पूर्वजों का शरीर स्वस्थ रहा है। जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि ग्रामीण खेल हमारी संस्कृति एवं सभ्यता के अभिन्न हिस्से हैं। खेलों के आयोजन से हमारी सामाजिक एकता एवं समरसता मजबूत होती है। योग आयोग के सदस्य रविन्द्र सिंह ने छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बधाई देते हुए शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए ग्रामीण खेलों को जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि ये काफी सस्ते खेल हैं। इनकी सामग्री स्थानीय रूप से उपलब्ध हो जाती है। इसलिए ग्रामीण खेल सबकी पहुंच के भीतर होते हैं। जिला पंचायत की सीईओ श्रीमती जयश्री जैन ने सबके प्रति आभार प्रकट किया।
इस प्रकार रहे परिणाम
लम्बी कूद प्रतियोगिता के अंतर्गत 18 वर्ष आयु समूह में प्रथम आरती गोड़ जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़, दूसरा बबली यादव रायगढ़, तीसरा स्नेहा बिलासपुर, 18 से 40 वर्ष आयु समूह में प्रथम अमरीका मरावी जिला मुंगेली, द्धितीय शशिकिरण टोप्पो बिलासपुर, तीसरा लक्ष्मी जिला जीपीएम तथा 40 से ऊपर आयु समूह के अंतर्गत प्रथम कुसुम बाई जिला जांजगीर, द्धितीय ज्योति सिंह जिला रायगढ़ एवं तृतीय बिमला केंवट जिला कोरबा को विजेता घोषित किया गया है।
फुगड़ी प्रतियोगिता के अंतर्गत 18 वर्ष तक की उम्र समूह के अंतर्गत प्रथम अंशु साहू जिला मुंगेली, द्धितीय दीपिका जिला कोरबा, तृतीय उर्वशी निषाद जिला सारंगढ़, 18 से 40 वर्ष तक की उम्र समूह में प्रथम मानमती जिला कोरबा, द्धतीय क्रांति कुमारी जिला जीपीएम, तीसरा उर्मिला सारथी जिला रायगढ़, 40 से 60 वर्ष समूह के अंतर्गत प्रथम साहिन बाई जिला कोरबा, दूसरा भूरीबाई जिला रायगढ़ एवं तीसरा सुनयना मरकाम जिला बिलासपुर शामिल हैं।
बाटी प्रतियोगिता के अंतर्गत 18 वर्ष तक के आयु समूह में रायगढ़ विजेता एवं कोरबा जिला उप विजेता, 18 से 40 वर्ष तक की आयु समूह में जांजगीर जिला विजेता एवं बिलासपुर जिला उप विजेता तथा 40 वर्ष से अधिक आयु समूह में जांजगीर विजेता एवं मुंगेली उप विजेता घोषित किये गये हैं।
बिल्लस प्रतियोगिता के अंतर्गत 18 वर्ष तक की आयु समूह के अंतर्गत प्रथम रोशनी पटेल जिला कोरबा, द्धितीय इंदु सारथी जिला रायगढ़, तीसरा गोमती सोरी जिला जीपीएम, 18 से 40 वर्ष तक की समूह में प्रथम सुरूचि जिला जीपीएम, द्धितीय अंजली छात्रे जिला बिलासपुर, तीसरा रविना जिला मुंगेली, 40 वर्ष से ऊपर आयु समूह प्रथम निरा कश्यप जिला कोरबा, द्धितीय राजकुमारी साहू जिला मुंगेली विजेता घोषित हुये हैं।
भौंरा खेल के अंतर्गत 18 वर्ष तक की महिला समूह में प्रथम खुशबू श्रीवास जिला जांजगीर चाम्पा, द्धितीय सविता जिला मुंगेली, तृतीय महिमा सिदार जिला सक्ती, 18 से 40 समूह में प्रथम राजकुमारी खलखो जिला रायगढ़, दूसरा सेवती राजपूत जिला मुंगेली, सत्यभामा जायसवाल जिला जांजगीर चाम्पा, 40 वर्ष से अधिक की महिला समूह के अंतर्गत प्रथम जमुना बाई जिला सक्ती, दूसरा राजकुमारी यादव जिला बिलासपुर तीसरा सोनबाई जिला रायगढ़ शामिल हैं।
लंगड़ी दौड़ प्रतियोगिता के अंतर्गत 18 वर्ष तक के समूह में प्रथम सीमा तिर्की एवं जीवंती तिर्की जिला रायगढ़, द्वितीय शालिनी एवं सुनीता जिला सक्ती, तीसरा भावना उईके एवं धनेश्वरी कोर्राम जिला बिलासपुर, 40 वर्ष तक के समूह में प्रथम सुनीता यादव एवं कांता यादव जिला रायगढ़, दूसरा स्नेहा मरकाम एवं संध्या धुरी जिला बिलासपुर एवं तीसरा सरिता पटेल एवं पायल महंत जिला जांजगीर तथा 40 से अधिक आयु समूह में प्रथम गायत्री कंवर एवं हेमलता कंवर जिला कोरबा, दूसरा सविता आदित्य एवं रोशनी आदित्य जिला जांजगीर एवं तीसरा मालती बाई साहू एवं गायत्री रजक जिला बिलासपुर शामिल हैं।
गेड़ी दौड़ प्रतियोगिता के अंतर्गत 18 वर्ष उम्र तक में प्रथम राजेश्वरी बरेठ, द्वितीय मीरा जीपीएम, तीसरा गरिमा टेकाम बिलासपुर, 40 वर्ष तक में सफीला कंवर जिला जीपीएम, माधुरी धु्रव जिला मुंगेली, मीनू राठिया जिला रायगढ़, 40 से अधिक उम्र में पहला लक्ष्मीबाई सिदार जिला सक्ती, द्वितीय सुनीता जिला जीपीएम, एवं तीसरा सावित्री कश्यप जिला जांजगीर को विजेता का पुरस्कार मिला है।
100 मीटर दौड़ प्रतियोगिता के अंतर्गत 18 वर्ष तक में प्रथम नीलिमा यादव जिला मुंगेली, द्वितीय हेमलता पटेल जिला जांजगीर, तीसरा बबली पाल जिला रायगढ़, 40 वर्ष तक की उम्र में प्रथम लक्ष्मी पाल, द्वितीय प्रतिमा सिदार जिला सारंगढ़, तृतीय आरती मरावी, 40 वर्ष से अधिक उम्र समूह में प्रथम कविताा चौहान जिला रायगढ़, द्वितीय रोशनी आदित्य जिला जांजगीर चाम्पा एवं तृतीय रंजिता जिला सक्ती को विजेता का पुरस्कार प्राप्त हुआ है।