छत्तीसगढ़ की जिला रिजर्व गार्ड टीम ने 5 लाख रु. के इनामी माओवादी कमांडर मकदम हिंडमा को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। गैंगरीन रोग से पीड़ित हिंडमा को अस्पताल ले जाने के लिए डीआरजी के जवानों ने उसे खाट पर बिठा कर 12 किमी का जंगल का रास्ता तय किया। गड्ढे में गिरने से घायल कमांडर को उसके साथी छोड़ कर भाग गए थे। एक गांव में जड़ी-बूटियों से इलाज करा रहे हिंडमा को पिछले रविवार को डीआरजी ने अपने कब्जे में लिया था।
रायपुर (छत्तीसगढ़) । राज्य के नकसल प्रभावित क्षेत्र दंतेवाड़ा में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की एक टीम ने रविवार को माओवादी कमांडर मकदम हिंडमा को अस्पताल में भर्ती कराया है। वह गैंगरीन रोग की चपेट में है। उसका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। कुछ दिनों पहले नक्सलियों की मलंगीर एरिया कमेटी का सदस्य हिडमा डीआरजी के जवानों द्वारा चलाए गए एक तलाशी अभियान से बचते हुए जंगल के गड्ढे में गिर गया था। उनके साथी उसे छोड़कर मौके से भाग गए थे। वह किसी तरह गड्ढे से बाहर आया और पास के एक गांव में शरण ली। जहां वह अपनी चोट का इलाज जड़ी बूटी से करा रहा था। जिसकी जानकारी मिलने पर डीआरजी की टीम गांव पहुंची और उसे अपने कब्जे में लिया। उसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाने खाट का सहारा लेना पड़ा। जवानों ने लगभग 12 किमी का जंगली रास्ता तय कर उसे सुकमा के अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज में लापरवाही बरतने के कारण उसे गैंगरीन हो गया है। जिसका इलाज किया जा रहा है। उसके सिर पर 5 लाख रु. का इनाम है। माओवादी हिंडमा 2008 से मलंगीर में सक्रिय था और आईईडी लगाने में माहिर है।