एनएसएस बीआईटी दुर्ग ने चलाया शिक्षा मित्र अभियान : गांवों में जाकर स्कूली बच्चों को दिया करियर गाइडेंस

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। करियर जीवन में एक ऐसा महत्वपूर्ण विषय है जिसका सही चुनाव करना बहुत ही जरूरी है। अच्छा करियर, लाइफ का बेहद जरूरी सब्जेक्ट है, जिसका उचित चुनाव आपके जीवन की आगे की स्थिति और दिशा निर्धारित करता है। परंतु पर्याप्त ज्ञान के अभाव के कारण छात्रों को करियर के चुनाव में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

इसी विषय को ध्यान में रखते हुए एनएसएस बीआईटी दुर्ग के स्वयंसेवकों द्वारा ग्राम धनौरा – कोडीया , जिला -दुर्ग , में ” शिक्षा मित्र अभियान ” के तहत करियर गाइडेंस की जानकारी दी गई।

स्वयंसेवकों ने ग्राम धनौरा में दो हायर सेकेंडरी स्कूलों में कक्षा ग्यारहवीं व बारहवीं के छात्रों को करियर से संबंधित जानकारी दी। एनएसएस वॉलेन्टीयर्स ने पावरपॉइंट प्रेज़ेन्टेशन के माध्यम से छात्रों को विभिन्न विषयों के भविष्य में स्कोप के बारे में बताया।

छात्रों को इंजीनियरिंग, मेडिकल, व्यवसाय आदि फील्ड की जानकारी दी गई और अपनी रुचि को ध्यान में रखते हुए अपने करियर का चुनाव करने के महत्व को समझाया गया। साथ ही विभिन्न स्कॉलरशिप और परीक्षाओं के बारे में जानकारी दी, जिससे छात्रों को आगे की शिक्षा में कोई परेशानी नहीं आए और साथ ही उन्हें वित्तीय सहायता भी प्राप्त हो सके।

ग्राम कोडीया में भी स्वयंसेवकों ने छात्रों को महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी दी ताकि उन्हें सही करियर के चुनाव में आसानी हो सके। साथ ही छात्रों के लिए स्कूल में किताबें और पुस्तके भी डोनेट की गई और उनके बेहतर भविष्य की कामना करते हुए शिक्षा के प्रति प्रेरित किया गया। पूरे कार्यक्रम में कोडिया स्कूल के प्रिंसिपल अनिल गुप्ता और धनोरा की नीलिमा गजपाल की अहम भूमिका रही। एनएसएस बीआईटी दुर्ग के इस शिक्षामित्र कार्यक्रम से करीब 170 बच्चे लाभान्वित हुए।

यह कार्यक्रम डॉ. अरुण अरोरा (संचालक बीआईटी, दुर्ग), डॉ. एम के गुप्ता (प्रचार्य बीआईटी, दुर्ग), एवं एनएसएस बीआईटी दुर्ग के कार्यक्रम अधिकारी, डॉ. शबाना नाज़ सिद्दीकी एवं अभिजीत लाल के निर्देशन में किया गया। स्वयं सेवक लितेश, प्रीति, अमन, आशी, शिवांक, आयुष्मान, ब्रिजेश, उमेश ने कार्यक्रम के आयोजन में विशेष योगदान दिया।