चोरों से समझौता कर मामले को रफा-दफा करने का मामला उजागर हुआ है। दुकान में चोरी के एक मामलें में पुलिस की पैट्रोलिंग पार्टी ने तीन चोर को रंगे हाथ पकड़ा था। थाने में इनसे लेनदेन कर मामले पर पर्दा डाल दिया गया। रितेश तिवारी की एक्सक्लूसिव रपट…
दुर्ग (छत्तीसगढ़) । शहर के बहुचर्चित थाना मोहन नगर का एक और कारनामा उजागर हुआ है । जी हां मोहन नागर पुलिस मांडवाली और वसूली के लिए पहले से ही अपना नाम सुर्खियों में कायम कर चुकी है। अब एक और कारनामें में सुर्खियों में है। बीते 21 अगस्त की रात 12 से एक बजे के लगभग दुर्ग के एफसीआई दफ्तर के पास से गुजर रही पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी को एक दुकान में ताला तोड़ कर तीन चोर चोरी करते हुए दिखाई दिए। जिसके बाद पुलिस ने चोरी करते हुए एक आरोपी को पकड़ लिया, लेकिन दो आरोपी फरार होने मे कामयाब हो गए। काफी खोज खबर करने के बाद दोनों फरार आरोपी को आधी रात पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। तीनो आरोपी को थाना मोहन नगर लाया गया और उसके बाद अपराध दर्ज करने की बजाए तीनो आरोपियों से मांडवाली कर डाली।
मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस आरोपियों और दुकानदार के बीच समझौता भी करा डााल और दुकानदार को 11 हजार रुपए दिलवा कर आरोपियों से सौदेबाजी की। सूत्रों की माने तो आरोपियों के परिजनों से पुलिस ने केस रफा दफा करने के लिए दस हजार रुपए की मांग की है। आप को बता दे दुर्ग जिले में पिछले 6 सालों में पांच हजार से ज्यादा चोरी की वारदात हुई है। अगर यही हाल पुलसिंग का रहा, तो फिर कैसे बढ़ते अपराधों पर अंकुश लगाया जा सकेगा, यह एक बड़ा सवाल ।
आपने ये जो भी थाना मोहन नगर जिला दुर्ग के स्टाफ के बारे में लिखा है उसका कोई प्रमाण है या आप लोगों की कही कहाई बातों के आधार पर लिख दिया है
महोदय, खबर बिल्कुल सहीं और पुख्ता है।