दुर्ग (छत्तीसगढ़)। एनएसएस बीआईटी दुर्ग ने 53वें एनएसएस दिवस के अवसर पर एनएसएस सप्ताह का आयोजन किया | इंडक्शन प्रोग्राम और अग्नि सुरक्षा कार्यक्रम के साथ एनएसएस सप्ताह की शुरूआत हुई। इसके बाद ऑनलाइन भाषण प्रतियोगिता जो राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की गई थी, बूस्टर डोज कैंप, स्वीप क्विज जो राज्य स्तर पर आयोजित की गई थी और अंतिम लेकिन सबसे महत्व पूर्ण खेल दिवस था जिसमें बीआईटी दुर्ग के विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया ।
एनएसएस के द्वारा भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस भाषण का विषय “युवा उत्साह नए भारत का” रखा गया था। इस प्रतियोगिता में सभी प्रतिभागियों ने अपने विचार रखे। इस प्रतियोगिता में अनेक कॉलेज एवं विश्वविद्यालय के छात्र – छात्राओं ने भाग लिया। भाषण प्रतियोगिता के निर्णायक के रूप में पूर्णिमा यत्ता (पूर्व टीम लीड, एचडीएफसी बैंक) एवं रंजना सूरज (शिक्षिका डीपीएस दुर्ग) रहे। एनएसएस के अन्य स्वयं सेवक ने भी इस प्रतियोगिता श्रोता के रूप में हिस्सा बने।
दूसरे दिन कॉलेज एवं स्कूली छात्रों के लिए स्वीप के बैनर तले राज्य स्तरीय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतिभागियों को 20 सवालों के जवाब गूगल फॉर्म के जरिए देने थे। स्कूल श्रेणी से विजेता हैं: पहली – हरीश पटेल 9 वीं कक्षा, दूसरी – प्रीति पटेल 12 वीं कक्षा और तीसरी – श्याम कश्यप 12 वीं कक्षा सरकार एच.एस. स्कूल कन्हारपुरी और कॉलेज श्रेणी के विजेता हैं: प्रथम – आदित्य नारायण, द्वितीय – देवदीप गोयल, और तृतीय – विप्लव।
एनएसएस दिवस के अवसर पर एनएसएस बीआईटी दुर्ग ने कोविड वैक्सीन की बूस्टर खुराक के लिए एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया। एनएसएस के स्वयं सेवक, बीआईटी दुर्ग के विद्यार्थी एवं शिक्षक समेत अन्य लोगो ने भी अपने टीकाकरण करवाया। लगभग हर व्यक्ति अब बूस्टर खुराक के लिए पात्र है। इस शिविर में करीब 130 लोगो ने बूस्टर डोज़ की खुराक ली।
23 सितंबर को उत्सव के साथ आगे बढ़ते हुए एनएसएस ने खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया। आयोजन का अच्छा हिस्सा भारत के पारंपरिक खेल खेले गए थे। कबड्डी, पिथुल छील-झपट्टा और रस्साकशी में खेले जाने वाले खेल थे। इसमें लड़के-लड़कियों की समान भागीदारी रही। कार्यक्रम सुबह सात बजे से शुरू होकर शाम तक चलता रहा। 80 से अधिक टीमों ने भाग लिया और अत्यधिक उत्साहित थीं। उनके उत्साह को देखते हुए कार्यक्रम अगले दिन तक चलता रहा। वहीं छात्रों द्वारा समाज की विभिन्न समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया। इसकी शुरुआत ढोल की थाप से हुई जिसने कॉलेज के सभी छात्रों का ध्यान अपनी ओर खींचा।
24 सितंबर को आयोजित सम्मान कार्यक्रम में संबंधित कार्यक्रमों के विजेताओं को सम्मानित किया गया। भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं ने कार्यक्रम में उपस्थित होकर अपने भाषण दिए। इस सम्मान ने एनएसएस दिवस के सप्ताह भर चलने वाले समारोह के समापन को चिह्नित किया। यह स्वयंसेवकों द्वारा की गई कड़ी मेहनत को भी चिह्नित करता है।
यह कार्यक्रम डाॅ. अरुण अरोरा (संचालक बीआईटी, दुर्ग), डाॅ. एम के गुप्ता (प्रचार्य बीआईटी, दुर्ग), एवं एनएसएस बीआईटी दुर्ग के कार्यक्रम अधिकारी, डाॅ. शबाना नाज़ सिद्दीकी और अभिजीत लाल के निर्देशन में किया गया एवं स्वयं सेवको ने कार्यक्रम के आयोजन में सक्रिय योगदान दिया।