छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में अप्रैल की शुरुआत के साथ ही गर्म हवाओं का कहर शुरू हो चुका है। पश्चिमी भारत और राजस्थान की ओर से आ रही गर्म लहरों ने इलाके का तापमान बढ़ा दिया है। रोजाना पारा नए रिकॉर्ड बना रहा है और लोगों का जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
सड़कों पर सन्नाटा, दोपहर में दिखती वीरानी
तेज धूप और झुलसाने वाली गर्मी के चलते लोग दिन में घर से बाहर निकलने से बच रहे हैं। ज़रूरी कामों से निकलने वाले लोग भी गमछा, टोपी या हेलमेट से खुद को ढंक कर ही बाहर निकल रहे हैं।
सरकारी दफ्तरों और बाजारों में भी भीड़ कम देखी जा रही है। जगह-जगह पानी से भरी हंडियां और प्याऊ लगाए गए हैं ताकि राहगीरों को कुछ राहत मिल सके।

मौसम विभाग का अलर्ट: सावधान रहें, लू से करें बचाव
अंबिकापुर स्थित मौसम केंद्र ने बताया है कि आने वाले दिनों में सरगुजा में गर्मी और ज्यादा तीव्र हो सकती है। लगातार बढ़ रहे तापमान को देखते हुए लू को लेकर अलर्ट भी जारी कर दिया गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे के बीच धूप में निकलने से बचना चाहिए और भरपूर मात्रा में पानी पीते रहना चाहिए।
बढ़ते तापमान से जनस्वास्थ्य पर भी खतरा
गर्मी का असर सबसे ज़्यादा बुज़ुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों पर देखा जा रहा है। अस्पतालों में डिहाइड्रेशन और गर्मी से जुड़ी बीमारियों के मामलों में इजाफा हुआ है। जिला प्रशासन ने भी स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा है।
सरगुजा के लोग अब मानसून के इंतजार में हैं, लेकिन तब तक उन्हें इस चिलचिलाती गर्मी से खुद को बचाने की हर मुमकिन कोशिश करनी होगी।
