दुर्ग (छत्तीसगढ़)। प्रदेश की धर्म नगरी दुर्ग में शनिवार को श्री काल भैरव अष्टमी पर धार्मिक आयोजन किया गया। गंजपारा के श्री सत्तीचौरा माँ दुर्गा मंदिर में इस अवसर पर श्री काल भैरव की जयंती बड़े धूमधाम से मनाई गई। धार्मिक आयोजन सुबह 9 बजे से लेकर देर रात्रि तक जारी रहा। जिसमें हजारों भक्तों ने महाआरती एवं अभिषेक में शामिल होकर प्रसादी ग्रहण किया।
समिति के सदस्य योगेन्द्र शर्मा “बंटी” ने बताया कि श्री काल भैरव जयंती के अवसर पर माँ दुर्गा मंदिर, गंजपारा, दुर्ग में स्थापित मनोकामना सिद्ध श्री काल भैरव की मूर्ति का 27 नवम्बर को प्रातः 10 बजे से महाअभिषेक किया गया। अभिषेक में मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित सुनील पांडेय द्वारा दूध, दही, विभिन्न प्रकार की औषधियों एवं वस्तुओं से भैरव जी का अभिषेक कराया गया, अभिषेक के पश्चात पूजन एवं हवन हुआ। पूजन अभिषेक के मुख्य जजमान महेंद्र साहू थे। हवन पूजन के पश्चात सँध्या 5 बजे से गौड़ ब्राम्हण समाज, दुर्ग की परशुराम रामायण मण्डली द्वारा सुंदरकांड, हनुमान चालीसा, श्री काल भैरव चालीसा का पाठ सुंदर एवं मधुर भजनों के साथ किया गया, जिसमें भारी मात्रा में महिलाएं उपस्थित रही।
समिति के राहुल शर्मा ने बताया कि संध्या 7:30 बजे श्री काल भैरव की 108 दीपों एवं 108 पूजा थाल से महाआरती की गयी। जिसमें सेकड़ो धर्मप्रेमी उपस्थित हुए। आरती पश्चात पुष्पांजलि की गयी, एवं भैरव बाबा जी का जयकारा लगाया गया। आरती के पश्चात प्रसादी का आयोजन रखा गया, जिसमे सभी धर्मप्रेमियों को भैरव बाबा का विशेष प्रसाद खिचड़ी, कचोरी, मूंग बड़ा, बेसन लड्डू का वितरण किया गया।
कार्यक्रम में श्री काल भैरव जी की महिमा का वर्णन करते हुए मंदिर के पुजारी सुनील पांडेय ने बताया कि काल भैरव जयंती से आने वाले 41 दिन तक काल भैरव चालीसा का पाठ करने एवं पूजन करने से विशेष फल की प्राप्ति एवं सभी मनोकामना पूर्ण होती है। कार्तिक माह की कालाष्टमी का विशेष फलदायी होती है। कार्तिक कृष्ण पक्ष के आठवें दिन कालाष्टमी होती है जिसे काल भैरव जयंती भी कहते हैं।
इस धार्मिक आयोजन में महेश टावरी, अजय शर्मा, निर्मल जैन, सुरेश गुप्ता ऋषभ जैन (बाबू), इंद्राणी कुलेश्वर साहू, संजय पुरोहित, निर्मल शर्मा, राजेश शर्मा, डब्बू चन्द्रवँशी, प्रकाश टावरी, महेश गुप्ता, राजेश शर्मा, अर्पित शर्मा, अर्जित शुक्ला, मृदुल गुप्ता, मयंक शर्मा, विक्रम ठाकुर, चंद्रेश जैन, अशोक गुप्ता, आशीष गुप्ता, राकेश चक्रधारी, शिशु शुक्ला, सोनल सेन, आशीष मेश्राम, प्रकाश कश्यप, हरीश ढीमर, दद्दू ढीमर, भागवत पटेल, दीपक पुरोहित, दीपक यादव, रवि राजपूत, महिलाओं में चंदादेवी शर्मा, किरण शर्मा, प्रभा शर्मा, चंदा शर्मा, संगीता शर्मा, प्रेमलता शर्मा, सरिता शर्मा, चंचल शर्मा, प्रतिभा पुरोहित, कविता, सुमन शर्मा, लक्ष्मी यादव, ममता, राधा, कुलेश्वरी सहित धर्मप्रेमियों का योगदान रहा।

