दुर्ग (छत्तीसगढ़)। 7 अक्टूबर से प्रारंभ होने वाले शारदीय नवरात्र पर्व पर कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा विशेष गाइडलाइन जारी की गई। 13 अक्टूबर तक चलने वाले इस पर्व के दौरान मां बम्लेश्वरी मंदिर, डोंगरगढ़ जाने वाले श्रद्धालुओ की पदयात्रा को इस वर्ष भी प्रतिबंधित किया गया है। इसके अलावा माता रानी के दर्शन भी श्रद्धालु निर्धारित नियमों का पालन करने पर ही कर सकेंगे।
जारी गाइडलाइन में बताया गया है कि अन्य शहरों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पदयात्रा कर डोंगरगढ़ जाना पूर्णतः प्रतिबंधित है। मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड-19 वेक्सीन के दोनो डोज लगे होने का सर्टिफिकेट लाना अनिवार्य होगा। वेक्सिनेशन सर्टिफिकेट नही होने की स्थिति में भक्तगण 72 घंटे पूर्व कराये गये आई.टी.पी.सी.आर./एण्टीजन टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट साथ लेकर अपने वाहन से डोंगरगढ़ की ओर प्रस्थान कर सकते है।
दर्शनार्थियों को कोविड प्रोटोकाल/गाईडलाईन के तहत मास्क, सेनेटाईजर, सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्णतः पालन करना होगा। श्रद्धालुओं को कोविड निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट दिखाने पर ही मंदिर में प्रवेश दिया जावेगा।
नवरात्रि के दौरान प्रतिवर्षानुसार मेला व मीनाबाजार का आयोजन नही किया जावेगा। दर्शनार्थियों को ऊपर मंदिर/नीचे मंदिर दर्शन हेतु पूर्व से ही मॉ बम्लेश्वरी ट्रस्ट के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा। जिसमें दोनो मंदिर दर्शन के लिए पृथक-पृथक समय आबंटित कर दर्शन की अनुमति दी जायेगी। बिना रजिस्ट्रेशन प्रवेश नही दिया जायेगा। पोर्टल का लिंक
https:/epass.bamleshwari.org है।
दुर्ग पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि नवरात्रि का पर्व अपने-अपने स्थान पर ही सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए मनाए और कोराना नियंत्रण में सहभागी बने।

