दुर्ग (छत्तीसगढ़) आनंद राजपूत। पितर पूजन को लेकर परिवार में हुई कलह ने सार्वजनिक विवाद का रुप ले लिया है। इस मुद्दे को लेकर हिंदू संगठनों ने थाना का घेराव किया। संगठन का आरोप है कि परिवार में कलह की स्थित ईसाई मिशनरी द्वारा किए जा रहे धर्मान्तरण के प्रयासों के कारण बनी है। जिससे एक परिवार बिखराव की स्थिति में आ गया है। उन्होंने जबरिया धर्मान्तरण का प्रयास करने वाले पादरी के साथ पीडि़त की साली व साढू के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग पुलिस प्रशासन ने की है।
पुलिस प्रशासन को सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया है कि राम नगर उरला रोड़ निवासी अजय पटले का परिवार धर्मान्तरण विवाद को लेकर बिखराव की स्थिति में है। अजय व ममता पटेल पिछले 17-18 वर्षो से सुख शांती से गृहस्थ जीवन व्यतीत कर रहे है। अजय की उरला निवासी साली बबली (भामा तांडेकर) व साढू बंटी (चंद्रहास गिरी गोस्वामी) ने पादरी विजय डोंगरे के बहकावे में आकर ईसाई घर्म स्वीकार कर लिया है। अब ये दोनों मिलकर अजय व ममता पर ईसाई धर्म अपनाने का दबाव पिछलें दिनों से बना रहे थे। इंकार किए जाने के बाद भी उनका यह प्रयास जारी रहा। पितर पक्ष पर अजय ने अपनी पितरों की शांति के लिए घर में पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसका विरोध उसकी साली, साढू के साथ पत्नी ने भी प्रारंभ कर दिया। इसको लेकर घर में विवाद हुआ तब खुलासा हुआ कि पत्नी ममता का बहला फुसला कर व लालच देकर धर्मान्तरण करा लिया गया है। अब बच्चों व अजय पर भी धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया जा रहा है। जिसको लेकर परिवार में कलह की स्थिति निर्मित हो गई है। इसकी जानकारी मिलने पर अजय पटले ने विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं से संपर्क किया था।
इस शिकायत पर कार्रवाई की मांग को लेकर हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने आज मोहन नगर थाना का घेराव किया और धर्मान्तरण के लिए प्रताडि़त करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई किए जाने की मांग की। जिस पर तत्कालीन सीएसपी कौशलेन्द्र देव पटेल व नव पदस्थ सीएसपी जितेन्द्र कुमार यादव ने आश्वस्त किया कि पीडि़त के बयान व जांच के आधार पर जिम्मेदारों के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। प्रदर्शन के दौरान रतन यादव, राकेश शिंदे, रवि निगम अनिल गुप्ता, विशाल ताम्रकार, अपूर्व सिंह आदि सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।