संस्कृति विभाग निदेशक ने की बदसलूकी, हबीब तनवीर जयंती पर मंचन कर रंगकर्मी जताएंगे विरोध

रायपुर (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ के रंगकर्मी संस्कृति विभाग के ही निर्देशक के विरोध में मंचन करेंगे। यह मंचन हबीब तनवीर के जन्मदिवस 1 सितंबर को किया जाएगा। आरोप है कि संस्कृति विभाग में पहूंचे कलाकारों के साथ विभाग के निदेशक द्वारा बदसलूकी की गई और कहा कि संस्कृति विभाग तुम्हारे बाप का नहीं है।

छत्तीसगढ़ में लंबे समय से सक्रीय और हबीब तनवीर के साथ प्ले कर चुके रंगकर्मी योगेश मिश्रा बताते हैं कि जब एक कार्यक्रम का प्रस्ताव लेकर वो संस्कृति विभाग के निर्देशक के पास पहुंचे, तब निर्देशक ने बदसलूकी करते हुए ये कहकर बाहर का रास्ता दिखा दिया, कि ”संस्कृति विभाग तुम्हारे बाप का नहीं है”। इस घटना को लेकर प्रदेश के तमाम रंगकर्मी और लोककलाकार लामबंद हो गए हैं और अब ”संस्कृति विभाग तुम्हारे बाप का नहीं है” नाटक का मंचन करके अपना विरोध जताएंगे। ये नाटक दो दिन का होगा, जिसका मंचन 1-2 सितंबर तक किया जाएगा।

कोरोना के वजह से दो सालों में शहर में कोई शो पब्लिक प्लेस में नहीं हुआ था। अब जब सभी तरह के कार्यक्रम शहर में हो ही रहे हैं, तो योगेश मिश्रा और उनके युवा साथियों ने सोचा क्यों न लॉकडाउन में तैयार नाटकों का हबीब तनवीर की जयंती के मौके पर शो किए जाने का प्रस्ताव लेकर संस्कृति विभाग पहुंचे थे। जहां विभाग के डायरेक्टर विवेक आचार्य ने उनके साथ बदसलूकी की।
इसके विरोध में अब योग मिश्रा की टीम अब 1 सितंबर और 2 सितंबर को रायपुर के रंग मंदिर में ”संस्कृति विभाग तुम्हारे बाप का नहीं है” नाट्य समारोह करेंगे। इसमें हबीब तनवीर के नाटकों पर बात होगी, स्टेज पर युवा कलाकार नाटकों की परफॉर्मेंस देंगे। इसमें बॉलीवुड एक्टर और छत्तीसगढ़ के थिएटर आर्टिस्ट संजय बत्रा इस कार्यक्रम में अपना सहयोग देंगे।
वहीं इस पूरे मामले के सामने आने के बाद रंगकर्मियों के विरोध को लेकर संस्कृति मंत्री ने कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह सम्मानजनक व्यवहार करें। किसी को भी किसी के साथ दुर्व्यहार का हक़ नहीं है।