दुर्ग (छत्तीसगढ़)। अनाथ बच्चों की कोरोना संक्रमण में देखभाल और पुनर्वास के उद्देश्य से शहर के पद्मनाभपुर में आश्रय गृह व संरक्षण केंद्र की शुरुआत की गई है। इस आश्रय गृह में 6 वर्ष से 18 वर्ष तक के आयु वर्ग के बच्चों की संपूर्ण रुप से देख-रेख एवं भरण-पोषण तथा सुरक्षा सुविधा प्रदान की जाएगी। यह जानकारी निगम आयुक्त हरेश मंडावी ने देते हुए उन्होंने नागरिकों से अनाथ बच्चों का दाखिला इस आश्रय गृह में कराने में सहयोग प्रदान करने की अपील की है।
बता दें कि शहर में बालकों की देख-रेख एवं संरक्षण अधिनियम 2015 के अनुसार बाल संरक्षण सेवाओं के तहत् कोविड-19 संक्रमण के कारण अनाथ बच्चों के पुर्नवास के लिए शासन द्वारा उपाय किया जाना है। इसके अंतर्गत कोविड-19 की महामारी के फैलते प्रकोप को देखते हुये कलेक्टर डॉ. भुरे के निर्देश एवं मार्गदर्शन में 06 वर्ष से 18 वर्ष के अनाथ बच्चों के लिए पदमनाभपुर दुर्ग में आश्रय गृह व संरक्षण केन्द्र खोला गया है। यहां अनाथ बच्चों की संपूर्ण रुप से देख-रेख एवं भरण-पोषण तथा सुरक्षा सुविधा प्रदान की जाएगी।
भारत सरकार एवं राज्य सरकार की इस योजना के तहत् जिला हास्पीटल, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, चाईल्ड हैल्प लाईन 1098, महिला एवं बाल विकास विभाग फोन नंबर 0788-2323704, बाल कल्याण समिति के मोबाइल नंबर 99269-16180 के अलावा नागरिक आश्रय गृह पदमनाभपुर दुर्ग में संपर्क व सूचना देकर अनाथ बच्चों को इस सुविधा का लाभ दिला सकते हैं।
