दुर्ग (छत्तीसगढ़)। नगर निगम प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा वैक्सीनेशन कराने के इच्छुक युवाओं को भुगतना पड़ा है। निगम प्रशासन द्वारा टीकाकरण केंद्रों की सही जानकारी उचित माध्यमों से प्रसारित नहीं किए जाने के कारण यह स्थिति निर्मित हुई है। भटकाव के कारण अधिकांश युवाओं को वैक्सीन लगवाए बिना ही वापस लौटना पड़ा। शासन की इस महती योजना पर निगम प्रशासन के इस प्रकार केे रवैैये से नागरिकों में नाराजगी भी देखने को मिली।
बता दें कि राज्य शासन द्वारा 18 वर्ष से 45 वर्ष के युवाओं का निःशुल्क वैक्सीनेशन प्रारंभ किया गया है। 1 से 5 मई तक इस वर्ग अंत्योदय कार्डधारियों का वैक्सीनेशन किया गया। जिसके बाद 8 मई से एपीएल व बीपीएल वर्ग के हितग्राहियों का भी वैक्सीनेशन प्रारंभ किया गया है। इन वर्गों के लिए निगम प्रशासन द्वारा 4 नए वैक्सीनेशन सेंटरों को प्रारंभ किया गया है। एपीएल वर्ग के लिए तुलाराम स्कूल व पद्मनाभपुर के नवीन स्कूल को सेंटर बनाया गया है। वहीं बीपीएल वर्ग के लिए आदित्य नगर स्थित नवीन शाला व पोटिया के शासकीय स्कूल को सेंटर बनाया गया है। इन सेंटरों के संबंध में 7 मई को निगम प्रशासन द्वारा सही-सही जानकारी उचित माध्यमों पर प्रचारित नहीं की गई। जिससे वैक्सीन लगवाने के इच्छुक युवा वर्ग अनुसार सेंटर की तलाश में भटकते रहे। जिसका परिणाम यह हुआ कि युवा वैक्सीनेशन सेंटर पर जल्द पहुंच कर पंजीयन नहीं करा सके और उन्हें वैक्सीनेशन से वंचित होना पड गया। यह स्थिति विशेषकर एपीएल वर्ग के लिए आरक्षित केंद्रों में देखने को मिली।