डॉक्टरों की कमी दूर करने प्रदेश में प्रारंभ किया जाए तीन वर्षीय चिकित्सा पाठयक्रम – प्रकाश सांखला

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। छतीसगढ़ चेम्बर आफ कॉमर्स एडं इंडस्ट्रिज के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं दुर्ग सराफा व्यापारी संघ के अध्यक्ष प्रकाश सांखला ने कोरोना महामारी संकट के चलते राज्य में तीन वर्षीय चिकित्सा पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जाने का सुझाव दिया है। इसके लिए मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र उन्होंने बताया है कि इसे लागू करने से प्रदेश में मौजूद डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ की कमी को दूर किया जा सकता है।

पत्र में उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में कोरोना महामारी से निपटने के प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने कहा है कि हम शीघ्र ही करोना की इस महामारी से विजयी पाने में सफल होंगे। आपके द्वारा लगातार दिन-रात एक करके छतीसगढ़ की जनता के लिए करोना रूपी महामारी से लड़ने हेतु उठाये जा रहे कदम अत्यंत सहारानीय है। उन्होंने कहा है कि राज्य में आज डाक्टरों की कमी से इनकार नहीं किया जा सकता। कोविड सेंटर खोलने के लिए बहुत से समाजिक संगठन आगे आ रहे थे, लेकिन डाक्टर तथा नर्सिंग स्टाफ की कमी के कारण नही खुल पाए। आज भी गावों में प्राथमिक चिकित्सा हेतु डाक्टरों की कमी है। जिससे आम नागरिकों को पर्याप्त चिकित्सा सेवा नहीं मिल पाई रही है।
इस कमी को दूर करने तीन वर्षीय चिकित्सा पाठयक्रम लागू किया जाना जरूरी है। इसके साथ ही तीन वर्ष किसी भी हॉस्पिटल में सेवा देना अनिवार्य किया जाना चाहिए। इससे हर गावं, शहर में मोहल्ला क्लिनिक खोलने डाक्टरों की कमी को दूर किया जा सकेगा ! सांखला ने मुख्यमंत्री से तीन वर्षीय चिकत्सा पाठयक्रम को इसी सत्र से शुरू करने हेतु अनुरोध किया है।

One thought on “डॉक्टरों की कमी दूर करने प्रदेश में प्रारंभ किया जाए तीन वर्षीय चिकित्सा पाठयक्रम – प्रकाश सांखला

  1. Prakash bhaiya kapda, bartan, sarafa, walo n Kya bigada hai, sabse jyada gst (tax) to inhi log dete hai….. Unko bhi 5 ghante dukan kholne ki anumati milni chahiy…. Apka
    Dharmendra sankhla

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