महाराष्ट्र सरकार ने घोषणा की है कि इस वर्ष से 26 जनवरी, गणतंत्र दिवस, को राज्य के स्कूलों में अवकाश नहीं रहेगा। इसके बजाय, इस दिन छात्रों को विभिन्न गतिविधियों में भाग लेना होगा, जिससे उनमें राष्ट्रीय गौरव की भावना जागृत हो।
स्कूल शिक्षा विभाग ने मंगलवार को इस संदर्भ में एक परिपत्र जारी किया, जिसमें सभी सरकारी और निजी स्कूलों को दिनभर चलने वाले उत्सवों और देशभक्ति थीम पर आधारित विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करने का निर्देश दिया गया है। परिपत्र में कहा गया है, “26 जनवरी को हमें छात्रों में राष्ट्र के इतिहास, हमारी महान संस्कृति और देश के भविष्य के प्रति राष्ट्रीय गर्व की भावना पैदा करनी चाहिए। इसलिए, 26 जनवरी, 2025 से, गणतंत्र दिवस सभी सरकारी और निजी स्कूलों में विभिन्न कार्यक्रमों के साथ मनाया जाएगा।”
गणतंत्र दिवस पर आयोजित की जाने वाली आठ अनिवार्य प्रतियोगिताओं और कार्यक्रमों में ध्वजारोहण के बाद ‘प्रभात फेरी’ (सुबह की परेड), भाषण प्रतियोगिता, कविता प्रतियोगिता, नृत्य, चित्रकला, निबंध और खेलकूद प्रतियोगिताएं, और एक प्रदर्शनी शामिल है, जो सभी देशभक्ति थीम पर आधारित होंगी। जिला शिक्षा अधिकारी और शिक्षा निरीक्षक इस निर्देश का पालन सुनिश्चित करेंगे।
टीचर एक्टिविस्ट भाऊसाहेब चास्कर ने कहा, “छात्र पहले से ही स्कूलों में मनाए जाने वाले कार्यक्रमों से अभिभूत हैं। इतने सारे अवसरों का पालन किया जा रहा है कि वे कभी-कभी पाठ्यक्रम के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “ऐसा नहीं है कि स्कूल गणतंत्र दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन नहीं कर रहे थे, लेकिन पूरे दिन को इन उत्सवों के लिए समर्पित करने की आवश्यकता क्या है?”
गणतंत्र दिवस 2025 से पहले, सेना के जवानों ने रविवार को कर्तव्य पथ पर 76वें गणतंत्र दिवस परेड की फुल-ड्रेस रिहर्सल में भाग लिया। इस बीच, दिल्ली पुलिस ने भी सुरक्षा कड़ी कर दी है, गश्त बढ़ा दी है और बाजारों व अन्य क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था स्थापित की है ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके, क्योंकि नववर्ष की पूर्व संध्या और गणतंत्र दिवस जैसे त्योहार नजदीक आ रहे हैं।