उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ 2025 की तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ रही है, ताकि करोड़ों श्रद्धालुओं को सुरक्षित, भव्य और डिजिटल अनुभव प्रदान किया जा सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘दिव्य, भव्य और डिजिटल कुंभ’ के विजन के तहत, साइबर सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए गए हैं। राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार ने बताया कि साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करने और संभावित डिजिटल खतरों से निपटने के लिए ठोस कदम उठाए गए हैं।
साइबर सुरक्षा के लिए मजबूत कदम
यूपी पुलिस ने प्रमुख तकनीकी संस्थानों और निजी साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों के साथ समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए हैं। इन साझेदारियों का उद्देश्य वास्तविक समय में साइबर पेट्रोलिंग और खतरों को कम करना है। प्रयागराज में एक समर्पित साइबर पुलिस स्टेशन और एक डिजिटल पुलिस स्टेशन की स्थापना की गई है, जो साइबर स्पेस की चौबीसों घंटे निगरानी करेंगे।
ऑनलाइन धोखाधड़ी पर सख्त कार्रवाई
ऑनलाइन धोखाधड़ी, विशेषकर फर्जी वेबसाइटों के मामलों में वृद्धि को देखते हुए, पुलिस ने कठोर कार्रवाई शुरू की है। ये फर्जी प्लेटफॉर्म अक्सर महाकुंभ से जुड़ी आवश्यक सेवाओं की पेशकश कर भोले-भाले श्रद्धालुओं को ठगने की कोशिश करते हैं। जनता को शिक्षित करने के लिए, यूपी पुलिस ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया चैनलों पर एक विशेष शिक्षाप्रद फिल्म जारी की है, जिसमें महाकुंभ से संबंधित सेवाओं के लिए प्रामाणिक वेबसाइटों और प्लेटफार्मों की जानकारी दी गई है।
डिजिटल वॉरियर पहल
DGP प्रशांत कुमार ने बताया कि “डिजिटल वॉरियर” पहल के तहत, शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों को डिजिटल स्वयंसेवकों के रूप में शामिल किया गया है। इन स्वयंसेवकों को सही जानकारी प्रसारित करने, साइबर खतरों की पहचान करने और ऑनलाइन सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। अनुभवी डिजिटल स्वयंसेवकों के साथ मिलकर, ये छात्र तीर्थयात्रियों के लिए एक सुरक्षित और सूचित वातावरण बनाने में योगदान देंगे।
सोशल मीडिया का व्यापक उपयोग
सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का व्यापक उपयोग करते हुए, यूपी पुलिस साइबर अपराधों के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और प्रामाणिक जानकारी के व्यापक प्रसार को सुनिश्चित कर रही है। नियमित अपडेट, अलर्ट और रोकथाम उपायों को साझा किया जा रहा है ताकि जनता को शिक्षित किया जा सके और दुर्भावनापूर्ण तत्वों को हतोत्साहित किया जा सके।
फर्जी वेबसाइटों से सावधान रहें
जैसे-जैसे लाखों श्रद्धालु प्रयागराज में महाकुंभ के लिए जुटते हैं, साइबर अपराधी फर्जी वेबसाइटों और सस्ते आवास व सेवाओं के धोखाधड़ी भरे प्रस्तावों के जरिए तीर्थयात्रियों को निशाना बना रहे हैं। अधिकारियों ने केवल अधिकृत वेबसाइटों के माध्यम से बुकिंग करने और भुगतान से पहले लिंक की पुष्टि करने की सलाह दी है।
यूपी पुलिस ने 2.11 मिनट की एक शॉर्ट फिल्म भी जारी की है, जिसमें फर्जीवाड़े से बचने के उपाय और महाकुंभ 2025 में अधिकृत होटलों, स्टे इन, और होम स्टे की प्रामाणिक जानकारी दी गई है।