बेंगलुरु में सोमवार को ह्यूमन मेटापनेउमोवायरस (HMPV) के दो मामलों की पुष्टि हुई है, जो चीन में श्वसन संबंधी बीमारियों में वृद्धि के लिए जिम्मेदार बताया जा रहा है। न्यूज़ 18 की रिपोर्ट के अनुसार, एक आठ महीने के बच्चे में HMPV का संक्रमण पाया गया है। इंडिया टुडे ने बताया कि ये मामले बेंगलुरु के बाप्तिस्ट अस्पताल में दर्ज किए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि मरीजों में किसी भी प्रकार की अंतरराष्ट्रीय यात्रा का इतिहास नहीं है। आठ महीने का बच्चा फिलहाल बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में उपचाराधीन है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि बच्चे की मेडिकल जांच में HMPV पॉजिटिव पाया गया है। केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी इन मामलों की पुष्टि की है।
HMPV के लक्षण और प्रभाव HMPV, जो COVID-19 के समान श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों में गंभीर हो सकता है। संक्रमण के तीन से दस दिनों के भीतर खांसी, बंद नाक, गला दर्द और सांस लेने में कठिनाई जैसे फ्लू के लक्षण दिखाई देते हैं। कुछ मामलों में निमोनिया और ब्रोंकाइटिस भी विकसित हो सकते हैं।
आंध्र प्रदेश की जन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण निदेशक के पद्मावती ने कहा कि यह बीमारी बच्चों, बुजुर्गों और पुरानी बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों में अधिक गंभीर हो सकती है।
चीन में HMPV के मामलों पर नजर हाल ही में चीन में HMPV के प्रकोप की खबरों ने वैश्विक चिंता बढ़ा दी है। हालांकि, भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि चीन में मौजूदा स्थिति असामान्य नहीं है क्योंकि यह मौसमी फ्लू के दौरान सामान्य है। मंत्रालय ने कहा कि इस मौसम में इन्फ्लुएंजा वायरस, RSV और HMPV जैसी बीमारियों के मामले बढ़ सकते हैं।
सरकार ने यह भी कहा है कि वह स्थिति पर करीबी नजर रख रही है और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से चीन की स्थिति पर समय पर जानकारी साझा करने का अनुरोध किया है।