दुर्ग (छत्तीसगढ़) आनंद राजपूत। जिला प्रशासन द्वारा लॉकडाउन को लेकर जारी नियमों के लेकर नागरिकों में संशय की स्थिति निर्मित होने लगी है। कुछ नियमों को अव्यवहारिक बतातें हुए दबे स्वर में इसका विरोध भी नजर आने लगा है। जिला प्रशासन से इन नियमों में सुधार किए जाने की मांग की जा रही है। देखें विडियो…
बता दें कि जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों को नियंत्रित करने के लिए 6 से 14 अप्रैल तक का कंप्लीट लॉकडाउन लगाया जा रहा है। जिसको लेकर कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज अधिकारियों की बैठक लेकर ने नियम जारी किए गए है। जिसमें घर पहुंच दूध सेवा को सुबह शाम एक घंटे के लिए अनुमति दी गई है, इस अवधि को काफी कम माना जा रहा है। इसके अलावा डेयरी संचालित होगी या नहीं इसका कोई उल्लेख नहीं है। वहीं लॉकडाउन की 9 दिनों की इस अवधि में सब्जी बाजार की व्यवस्था का भी उल्लेख नहीं है। जिससे नागरिकों में संशय है कि इस अवधि में उन्हें सब्जी उपलब्ध हो पाएगी या नहीं। साथ ही निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगाए जाने से भी मजदूर वर्ग में निराशा नजर आ रही है। नागरिकों ने इस प्रकार की व्यवहारिक दिक्कतों का हवाला देते हुए नियमों को शिथिल किए जाने की मांग की जा रही है।