किसान सम्मेलन, वक्ताओं ने कहा नीति और राजनीति किसानों के विकास में बाधक

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन का नगपुरा परिक्षेत्र (दुर्ग ब्लाक) का सम्मेलन नगपुरा में परमानंद यादव की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। धरती और अन्न माता की पूजा से प्रारंभ सम्मेलन दो सत्र में संपन्न हुआ।
सम्मेलन को संयोजक राजकुमार गुप्ता अध्यक्ष आई के वर्मा, महासचिव झबेंद्र भूषण वैष्णव, अतिथि वक्ता अधिवक्ता जेएल वर्मा एवं अधिवक्ता रमेश शर्मा ने संबोधित किया।
वक्ताओं ने किसानों को संबोधित करते हुए किसानों को जागरूक और सतर्क रहने की आवश्यकता पर बल दिया,तथा राजनीतिक प्रतिबद्धता से परे हटकर सोचना होगा तभी खेती और किसान समृद्ध होगा। वक्ताओं ने केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खेती किसानी पर पड़ने वाले संभावित प्रभाव और 65 दिनों से दिल्ली की सीमा में चल रहे किसानों के आंदोलन, को पूर्ण समर्थन देने का आव्हान किया।
अतिथि वक्ता जेएल वर्मा ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया की भू अर्जन के सम्पूर्ण प्रक्रिया के पालन में प्रशासन कुछ जान बुझकर और कुछ जानकारी के आभाव में प्रभावितों को पूरा लाभ से वंचित कर देते हैं। रमेश शर्मा एडवोकेट ने राजस्व अधिनियमों पर विस्तार से प्रकाश डाला वहीं अफसोस जाहिर किया की अविवादित प्रकरणों के निराकरण में भी किसानों का चप्पल घिस जाता है जो की पीड़ा देती है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, आर बी सी 6-4 फसल बीमा योजना राज्य सरकार की किसान न्याय योजना आदि के संबंध में विस्तार से अपने विचार रखे गए, एवं आगाह करते हुए कहा कि भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिये संगठन को मजबूत करना होगा तभी किसान और किसानी के हितों की रक्षा की जा सकेगी। सम्मेलन का सफल संचालन बंशी देवांगन ने किया । किसानों के बीच से आये प्रश्नों का समाधान किया गया।
सम्मेलन में महिला किसानों ने भी बढ़ चढ़ कर भाग लिया, कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष उत्तम चन्द्राकर, बाबूलाल साहु, देवशरन आशिष साहु, रामाधार सिन्हा, मिनू साहू, सुमिरन साहू, हीरालाल, भुपेंद्र दीपक कांतिलाल, प्रेम दिल्लीवार, महिला किसान राजेश्वरी देशमुख, लता चन्द्राकर विशेष रूप से उपस्थित थे।