दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने भिलाई निगम में अधिकारियों की अहम बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि नियमित रूप से सुबह और नाइट स्वीपिंग के मौके पर जोन कमिश्नरों की उपस्थिति से स्वच्छताकर्मियों का हौसला बढ़ता है। उनके कार्य की बेहतर मानिटिरंग हो पाती है। साथ ही नागरिकगण के भी फीडबैक अधिकारियों को मिल पाते हैं। यहां उन्होंने कहा कि हेल्थ केयर को लेकर और आर्थिक अवसर को बढ़ावा देने के लिए शासन ने महत्वपूर्ण योजनाएं आरंभ की हैं। इन योजनाओं का जितना प्रभावी क्रियान्वयन होगा, इसका असर उतना ही व्यापक होगा। कलेक्टर ने कहा कि स्लम स्वास्थ्य योजना का बुनियादी उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच ऐसे क्षेत्रों में भी करनी है जहां कतिपय स्थितियों की वजह से लोग स्वास्थ्य केंद्रों तक नहीं पहुंच पा रहे। यहां अत्याधुनिक टेस्ट सुविधाओं के साथ डाक्टरों की टीम जाएगी। कलेक्टर ने इसके क्रियान्वयन की स्थिति की जानकारी ली। निगम कमिश्नर श्री ऋतुराज रघुवंशी ने बताया कि प्रति एएमयू औसतन 48 मरीज आ रहे हैं। कैंप में आठ हजार से अधिक मरीजों ने रजिस्ट्रेशन कराया और लगभग साढ़े सात हजार मरीजों को दवा दी गई। कलेक्टर ने कहा कि व्यापक प्रचार-प्रसार से ओपीडी की संख्या में और इजाफा आएगा। जोन कमिश्नर इसके क्रियान्वयन की नियमित मानिटरिंग करें।
समस्या निराकरण के लिए लगाएं कैंप– कलेक्टर ने आने वाले दिनों के लिए लगाये जाने वाले शिकायत निवारण कैंप के शेड्यूल के बारे में भी अधिकारियों से पूछा। उन्होंने कहा कि कैंप में राजस्व संबंधी मामले के अलावा वार्ड की नियमित समस्याओं का भी निपटारा हो। ऐसे कैंप में वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहें एवं साथ ही नियमित रूप से इसकी मानिटरिंग करें।
गौठान बनें आत्मनिर्भर
कलेक्टर ने कहा कि गोधन न्याय योजना इस प्रकार तैयार की गई है कि इसका अंततः उद्देश्य आत्मनिर्भर गौठान तैयार करने हैं। इसके लिए जरूरी है कि गोबर की खरीदी से लेकर इसके कंपोस्ट बनने तथा बिक्री तक हर चरण की मानिटरिंग जोन कमिश्नर करते रहें। वर्मी कंपोस्ट की गुणवत्ता में तकनीकी पक्षों का ध्यान रखना बेहद महत्वपूर्ण है। गोधन न्याय योजना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता की योजना है इसके क्रियान्वयन में किसी तरह की लापरवाही सामने नहीं आनी चाहिए। साथ ही गौठानों को आजीविका केंद्र के रूप में भी विकसित करना है ताकि ज्यादा से ज्यादा समूहों को इसमें शामिल किया जा सके और रोजगार सृजन किया जा सके।
होम आइसोलेशन की मानिटरिंग की ली जानकारी
कलेेक्टर ने कहा कि कोरोना संक्रमण को थामने की चुनौती भी सबसे अहम है। इसके लिए ट्रेसिंग सबसे जरूरी है। कोरोना के मामले में चिन्हांकन जितने पहले हो जाता है उतने जल्दी ही इसे रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाये जा सकते हैं। निगम आयुक्त ने बताया कि अब तक लगभग ढाई हजार मरीजों को ट्रेस किया गया है और होम आइसोलेशन के प्रोटोकाल के मुताबिक इनका ध्यान रखा जा रहा है।
अवैध प्लाटिंग पर कार्रवाई की समीक्षा
कलेक्टर ने बैठक में अवैध प्लाटिंग के प्रकरणों पर जोनवार हुई कार्रवाई की रिपोर्ट ली। साथ ही उन्होंने कहा कि अवैध प्लाटिंग जैसे ही संज्ञान में आती है उस पर कड़ी कार्रवाई की जाए। इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर किया जाए।